ककोड़ा मेले में जुआ, शराब और पॉलीथिन प्रतिबंधित
रुहेलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा की तैयारी आरंभ हो चुकी है। मुख्य मार्ग का निर्माण होने लगा है। जिला प्रशासन ने मेले में जुआ शराब और पॉलीथिन को प्रतिबंधित कर दिया है।
फोटो 22 बीडीएन 19 रुहेलखंड का मिनी कुंभ :: - पांच नवंबर को हवन-पूजन के साथ शुरू होगा मेला ककोड़ा
-तैयारियों व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीएम, एसएसपी ने दिए निर्देश जागरण संवाददाता, बदायूं : रुहेलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा की तैयारी आरंभ हो चुकी है। मुख्य मार्ग का निर्माण होने लगा है। जिला प्रशासन ने मेले में जुआ, शराब और पॉलीथिन को प्रतिबंधित कर दिया है। पांच नवंबर को ककोड़ा देवी मंदिर से झंडी पहुंचेगी, हवन-पूजन के साथ मेले का शुभारंभ हो जाएगा। 19 नवंबर तक चलने वाले इस मेले में 11 से13 नवंबर तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन किए जाएंगे।12 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर विशेष स्नान पर्व होगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद अब इस मेले की कमान जिला प्रशासन ने अपने हाथ में ले ली है। डीएम कुमार प्रशांत व एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की। जिसमें डीएम ने खाद्य निरीक्षकों को मेले में खाने-पीने की वस्तुओं की जांच के निर्देश दिए। कहा, मेले में जुआ, शराब एवं पॉलीथिन पर प्रतिबंध रहेगा। मेले में चौड़ा रास्ता बनाएं। बीच में डिवाइडर भी बनाया जाए। पार्किंग की उचित व्यवस्था करें। कृषि, पंचायत, गन्ना, स्वास्थ्य, वन विभाग एवं अन्य विभाग मेले में अपने-अपने विभागों से संबंधित प्रदर्शनी लगाकर शासन की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने, सुरक्षा व्यवस्था, खोया-पाया, वाच टॉवर एवं अग्निशमन आदि व्यवस्थाएं दुरुस्त करने, विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित कराने, गंगा में एक हजार एक दीप प्रज्वलित कर प्रवाहित करने के निर्देश दिए। एसएसपी ने कहा,सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी एवं ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। मेले में पर्याप्त मात्रा में पुलिस फोर्स, नाव, गोताखोर मौजूद रहेंगे। इस अवसर पर सीडीओ निशा अंनत, एडीएम प्रशासन राम निवास शर्मा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत सीपी सिंह राघव, सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। उद्घाटन को लेकर असमंजस
मेला ककोड़ा का उद्घाटन कौन करेगा इसको लेकर अभी संशय बना हुआ है। जिला पंचायत अध्यक्ष की मेले में अहम भूमिका रहती है, लेकिन इस बार माहौल बदला हुआ है। एक दिन पहले ही जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ है। जिला पंचायत के अधिकारी भी असमंजस में हैं। खाली हुए शकरकंदी के खेत, गन्ना अभी बाधक
मिनी कुंभ को बसाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मेला ककोड़ा की देखरेख का जिम्मा संभाल रहे अधिकारियों ने पूरा नक्शा तैयार करने के बाद अब मुख्य मार्गों का निर्माण शुरू करा दिया है। मुख्य मार्ग बनाने के लिए शकरकंदी के खेत तो खाली करा लिए गए हैं, लेकिन गन्ने की फसल बाधक बन रही है। वजह चीनी मिलें अभी शुरू नहीं हुई हैं, गन्ना कोल्हू पर ही बेचने की मजबूरी है। कच्चा रोड निर्माण के अलावा अंदर भी सड़कों को बनाने का काम शुरू किया गया है। पराली भी डाली जा रही है ताकि कोई वाहन मिट्टी में धंस नहीं पाए। तंबुओं का शहर बसाने के लिए विभिन्न जिलों के बड़े टैंट व्यापारियों से संपर्क साधा जा रहा है। जल्द ही राउटी भी वहां लगने लगेंगी। वीआइपी और वीवीआइपी कॉलोनी बसाने के लिए भी नक्शा तैयार कर लिया गया। मेले की तैयारियों पर खर्च होंगे 90 लाख
जिला पंचायत की ओर से मेले पर 90 लाख रुपये का बजट खर्च किया जाएगा। एएमए सीपी सिंह राघव ने बताया, इस बार पहले से और ज्यादा बेहतर व्यवस्थाएं की जाएंगी।