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मलेरिया फैलता देख गांवों में दौड़े डीएम-एसएसपी

जेएनएन बदायूं कोरोना महामारी के बीच मलेरिया फैलने से अधिकारी सतर्क हो गए हैं। गुरुवार को सदर

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 11:57 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 06:09 AM (IST)
मलेरिया फैलता देख गांवों में दौड़े डीएम-एसएसपी
मलेरिया फैलता देख गांवों में दौड़े डीएम-एसएसपी

जेएनएन, बदायूं : कोरोना महामारी के बीच मलेरिया फैलने से अधिकारी सतर्क हो गए हैं। गुरुवार को सदर तहसील क्षेत्र के ग्राम करतौली में जिलाधिकारी कुमार प्रशांत और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने पहुंचकर मलेरिया पीड़ितों का हाल लिया। चिकित्सकों ने बच्चे एनीमिया से भी पीड़ित होना बताया तो डीएम ने उन्हें जिला अस्पताल ले जाकर रक्त चढ़वाने के निर्देश दिए। अफसरों ने मनरेगा के कामों को भी देखा।

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कोरोना संक्रमण के साथ ही गांवों में मलेरिया भी फैलना शुरू हो गया है। करतौली गांव में मलेरिया के मरीज होने की जानकारी मिलने पर डीएम और एसएसपी पहुंचे। पीड़ित परिवारों के घरों का जायजा लिया। डीएम को चिकित्सक ने अवगत कराया कि बच्चे एनीमिया से भी ग्रस्त प्रतीत हो रहे हैं। बच्चों को अत्यंत कमजोर देखकर डीएम ने उनको जिला चिकित्सालय में रक्त चढ़ाने के निर्देश दिए। निर्देश दिए कि गांव के जिन पात्र परिवारों का राशन कार्ड न बना हो तो शीघ्र प्राथमिकता के आधार पर राशन कार्ड बनवाकर इनको खाद्यान उपलब्ध कराया जाए व संक्रमित बच्चों को मच्छरदानी भी उपलब्ध कराई जाए। डीएम ने पाया कि गांव में जो तालाब है, वह बहुत ही गंदा है। ऐसा भी हो सकता इसकी गंदगी के कारण यहां मच्छर अधिक पनपते हों, जिससे मलेरिया का खतरा बढ़ रहा है। डीएम ने बीडीओ एवं ग्राम प्रधान को निर्देश दिए कि तालाब की सफाई कराकर इसमें गम्बूसिया मछली छोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने मलेरिया विभाग को डीडीटी का छिड़काव एवं पंचायती राज विभाग को साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। निगरानी समितियों को निर्देश दिए कि प्रवासी मजदूरों पर तो नजर रखें ही, साथ ही सतर्क रहकर गांव में मलेरिया के प्रति भी जागरुकता फैलाएं। ग्रामीणों से गांव में साफ-सफाई करने के निर्देश दिए। गत वर्ष जिन व्यक्तियों को मलेरिया हुआ था उनके फिर सैंपल लिए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रभारी चिकित्साधिकारी युद्ध स्तर पर कार्य करना प्रारंभ कर दें, जिससे प्रभावित क्षेत्रों को समय से नियंत्रण रखा जा सके। प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम (पीएफ) मलेरिया की खुराक तीन दिन और प्लाज्मोडियम वाइवेक्स (पीवी) की खुराक 14 दिन खानी होती है। इसी गांव में मनरेगा के अंतर्गत 75 मजदूर नाले की खोदाई का कार्य कर रहे थे, डीएम ने इसका भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कार्य करें, किसी भी समस्या के लिए कंट्रोल रूम पर फोन करें।


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