अंडरग्राउंड केबल में फिर से दौड़ेगा करंट, लगाए जा रहे मीटर
शहर में 150 करोड़ रुपये के बजट से अंडरग्राउंड केबिल डाली गई। जो कि कई पशुओं की मौत से विवादों में घिरी। शासन के निर्देश पर पिछले वर्ष नवंबर में सीओ विजिलेंस जगदीश पाटनी और आरईसी पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के सहायक इंजीनियर आदित्य कुमार ने आवास विकास कॉलोनी समेत कई मुहल्लों में इसकी जांच की।
जेएनएन, बदायूं : शहर में 150 करोड़ रुपये के बजट से अंडरग्राउंड केबिल डाली गई। जो कि कई पशुओं की मौत से विवादों में घिरी। शासन के निर्देश पर पिछले वर्ष नवंबर में सीओ विजिलेंस जगदीश पाटनी और आरईसी पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के सहायक इंजीनियर आदित्य कुमार ने आवास विकास कॉलोनी समेत कई मुहल्लों में इसकी जांच की। जांच में कई जगह केबिल बॉक्स डैमेज मिले। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी। अब शासन के निर्देश पर राज कॉरपोरेशन लिमिटेड (आरसीएल) इसकी खामियों को दूर करा रही है।
शहर के पांच फीडरों से 65000 घरेलू व व्यावसायिक उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति की जाती है। तीन फीडर के 35 ट्रांसफार्मर से दी जाने वाली बिजली आपूर्ति पर अंडरग्राउंड केबिल व पैनल बॉक्स का कार्य पूरा हो चुका है। बाकी के बचे ट्रांसफार्मरों के द्वारा पैनल बॉक्स से अंडर ग्राउंड केबल व मीटर लगाने का कार्य किया जा रहा है। ऐसे हो रहा मरम्मत कार्य
एक दिन में बिजली कर्मचारी एक या दो ट्रांसफार्मर को चुनते है। उस ट्रांसफार्मर से जितने बॉक्स है। उन सारे पैनल बॉक्स की बिजली आपूर्ति व वायरिग को ठीक किया जा रहा है। कनेक्शन के अंडरग्राउंड ब्रेकउाउन में कोई खामी है तो उसे ठीक करते है। उपभोक्ता के कनेक्शन पर घर तक अंडरग्राउंड वारयिग करके नए मीटर लगाए जा रहे है। वर्जन ::
कार्यदायी संस्था ने अंडरग्राउंड केबिल डालने का काम किया। विजिलेंस जांच में यह अनुबंध के प्रतिबंधों के अनुरूप नहीं मिला। खामियां मिलने पर अब इसी संस्था से कमियां दूर कराई जा रही है।
वाईएस राघव, अधिशासी अभियंता प्रथम