दफ्तर में लगा ताला, सड़क पर कांग्रेस
जिला कांग्रेस के कार्यालय में अब ताला लग गया है। कार्यालय की चाबी प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने मंगा ली।
बदायूं : जिला कांग्रेस के कार्यालय में अब ताला लग गया है। कार्यालय की चाबी प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने अपने पास मंगा ली है। आजादी के पहले 1937 से जिस भवन में कांग्रेस का दफ्तर चल रहा था। पार्टी उसका मुकदमा हार गई है। हाईकोर्ट में अब कार्यालय के मुकदमे की पैरवी कांग्रेस प्रदेश कमेटी करेगी। फिलहाल कांग्रेस सड़क पर आ गई है।
लावेला चौक के पास जोगीपुरा में कांग्रेस का कार्यालय है। पूर्व कांग्रेस सांसद चौधरी बदन ¨सह यादव ने 1937 में बलवंत राय सरीन से कार्यालय किराये पर लिया था। 1942 में बलवंत राय ने अपनी संपत्ति का बंटवारा कर दिया। जिसमें कांग्रेस का दफ्तर जसवंत राय सरीन के हिस्से में आया था। जसवंत सरीन ने खाली कराने के लिए मुकदमा दायर किया था जो 1973 में खारिज हो गया था। इसके बाद 1978 में जसवंत राय ने यह भवन 40 हजार रुपये में रामआसरे को बेच दिया। 1997 में रामआसरे ने मकान खाली कराने के लिए वाद दायर किया। 97 से लेकर 2000 तक तत्कालीन कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेंद्र ¨सह राठौर और राजेंद्र पाठक मुकदमा लड़ते रहे। 2001 से जिलाध्यक्ष बने ओमकार ¨सह मुकदमा लड़ते रहे। 2004 में हाईकोर्ट से स्टे ले लिया। रामआसरे मुकदमे में पेश नहीं हुए और आदेश कांग्रेस के पक्ष में हो गया।इसी बीच रामआसरे ने भवन ग्रीश जुनेजा को बेच दिया। फिर 2009 में ग्रीश जुनेजा ने कार्यालय खाली कराने के लिए मुकदमा दायर कर दिया। 2016 में कांग्रेस जिलाध्यक्ष साजिद अली बन गए तब से वह पैरवी कर रहे थे। 31 अक्टूबर 2018 को अदालत ने ग्रीश जुनेजा के पक्ष में फैसला देते हुए कांग्रेस कार्यालय खाली कराने के आदेश दे दिया। कांग्रेस के पदाधिकारी अब हाईकोर्ट में मुकदमा लड़ने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन प्रदेश कमेटी ने कार्यालय की चाबी मंगाकर खुद मुकदमा लड़ने का फैसला किया है। इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए अब बैठने की कोई जगह नहीं रह गई है। पैरवी में ढिलाई की हुई है शिकायत
कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा मुकदमे की पैरवी में ढिलाई बरतने की शिकायत प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंची है। प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर इसकी जांच भी करवा रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने चाबी अपने पास मंगवा लिया है।
वर्जन ::
यह बात सही है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिला कार्यालय की चाबी अपने पास मंगा ली है। पार्टी कार्यालय का मुकदमा हाईकोर्ट में दायर करने के लिए इलाहाबाद जा रहूं हूं। दूरभाष पर वहां अधिवक्ता से भी बात हो गई है, कार्यालय की लड़ाई जारी रहेगी।
- साजिद अली, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
वर्जन ::
2016 तक मैं पार्टी का जिलाध्यक्ष था तब तक मुकदमा लड़ता रहा, 2016 में साजिद अली जिलाध्यक्ष बन गए तब से वही मुकदमा देख रहे थे। पार्टी कार्यालय में ताला बंद होने की मुझे कोई जानकारी नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष के कार्यालय की चाबी मंगाने की जानकारी जरूर मिली है।
- ओमकार ¨सह, प्रदेश महासचिव कांग्रेस