बच्चे गिड़गिड़ाते रहे फिर भी राहुल ने दाग दी गोली
जेएनएन बिसौली (बदायूं) जिस चाचा ने अपने भाई के दोनों बच्चों सम्मी और पल्लवी को गोद में खिलाया
जेएनएन, बिसौली (बदायूं)
: जिस चाचा ने अपने भाई के दोनों बच्चों सम्मी और पल्लवी को गोद में खिलाया, उसने ही बच्चों से मां का प्यार छीन लिया। छत पर पहुंचकर उसने अपनी भाभी को सबसे पहले थप्पड़ मारा। इस पर मां हीराकली के पास सो रहे दोनों बच्चे जाग गए। वह मां को बचाने के लिए चाचा के सामने गिड़गिड़ाने लगे, लेकिन राहुल के सिर पर खून सवार था। बच्चों से बेपनाह मुहब्बत करने वाले राहुल ने दोनों बच्चों को मां के आंचल से दूर किया और फिर तमंचे से निशाना साधकर भाभी पर गोली चला दी। गोली लगते ही हीराकली की मौत हो गई। बच्चे मां के आंचल से लिपटकर रोते, बिलखते रहे। गोली की आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़े आए। बच्चों का विलाप सुन गमगीन हो गए। इधर, घटना के बाद अपने बेटे राहुल और पुत्रवधु को खो चुकी शंकुतला तो बदहवास हो गई। उसने बताया कि 12 साल पहले एक बेटा अजय बीमारी से मर गया और बीस साल पहले एक बेटी की मौत हो गई। दोनों बेटों की नहीं थी पिता से बोलचाल
राहुल और श्रीदेव साथ-साथ रहते थे। दोनों बेटों की पिता रामफल से बोलचाल भी नहीं थी। राहुल और श्रीदेव का आपस में भी कई बार विवाद हुआ। श्रीदेव बिसौली आकर रहने लगा। इसी होली को राहुल बड़े भाई श्रीदेव और भाभी हीराकली को मनाकर गांव ले आया था। इसी घर में उनका तीसरा भाई चंद्रकेश भी रहता है। चंद्रकेश अपने माता-पिता के साथ रहता है।
सवालों में उलझी पुलिस
एक जून को होने वाली राहुल की शादी आखिर क्यों कैंसिल हुई। इस घटना का हीराकली से क्या संबध था यह कई अनसुलझे सवाल हैं जिनका जवाब किसी के पास नहीं है। कुल मिलाकर इस घटना को सुलझाने में पुलिस भी उलझ गई है। श्रीदेव ने पिता पर लगाया तमंचा गायब करने का आरोप
श्रीदेव ने अपने पिता पर घटना में प्रयोग किया गया तमंचा गायब करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि घटना को अंजाम देने के बाद राहुल से तमंचा रामफल ने छीनकर गायब कर दिया। इधर, रामफल का गायब होना भी घटना में बड़ा पेंच होना बता रहा है। पहली पत्नी की मौत के बाद की थी दूसरी शादी
हीराकली श्रीदेव की दूसरी पत्नी थी। पहली पत्नी उर्मिला की दस साल पहले मौत हो गई। उसके एक बेटा और एक बेटी है। लॉकडाउन से पहले श्रीदेव पंजाब में रहकर टीवी आदि ठीक करता था। ढाई महीने से वह गांव में आ गया और तरबूज, खरबूज बेचने लगा। घटना की रात भी वह घर से थोड़ी दूर स्थित चौपाल पर पड़े तरबूजों को रखाने के लिए वहां सो रहा था।