छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपितों को सौंपा जाएगा आरोप पत्र
जिले में समाज कल्याण विभाग और डीसीबी के अधिकारी कर्मचारियों की साठगांठ से किए गए ढाई करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में फंसे आरोपितों पर अब विभागीय कार्रवाई तेज हो गई है।
जागरण संवाददाता, बदायूं : जिले में समाज कल्याण विभाग और डीसीबी के अधिकारी कर्मचारियों की साठगांठ से किए गए ढाई करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में फंसे आरोपितों पर अब विभागीय कार्रवाई तेज हो गई है। एआर कोआपरेटिव ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से सभी आरोपितों को 15 दिन के अंदर आरोप पत्र भेजने के लिए कहा है। ऐसे में आरोपितों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। लंबे समय से जिला सहकारी बैंक और समाज कल्याण विभाग की आपसी सह से छात्रवृत्ति योजना के नाम पर चल रहे खेल को शेखूपुर विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने उजागर किया था। शासन स्तर पर शिकायत करते हुए उन्होंने घोटाले के सबूत पेश किए थे। शासन के निर्देश पर तत्कालीन डीएम दिनेश कुमार सिंह ने जांच शुरू कराते हुए 15 मई को सिविल लाइंस थाने में दो करोड़ 47 लाख 79 हजार 723 रुपये 80 पैसे के घोटाले का मुकदमा दर्ज कराया। कुछ समय मुकदमें की तफ्तीश आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा बरेली को ट्रांसफर हो गई। हालांकि अभी जांच शाखा ने यहां से केस डायरी नहीं ली है और न ही किसी आरोपित या मामले से जुड़े लोगों के बयान दर्ज किए हैं। 65 आरोपितों में अधिकांश कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई लेकिन उन्हें आरोप पत्र जारी नहीं किए गए थे। वर्जन ..
डीसीबी समेत सभी विभागों के कर्मचारी जो छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपित हैं उनको 15 दिन के अंदर आरोप पत्र देने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि अन्य विभागीय कार्रवाई भी की जा सके।
- राघवेंद्र सिंह, एआर कोआपरेटिव
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