हत्या ने और गहरी कर दी रंजिश की खाई
चमन की हत्या के बाद से दोनों पक्षों में चली आ रही रंजिश की खाई और गहरी हो गई है।
नाधा (बदायूं) : चमन की हत्या के बाद से दोनों पक्षों में चली आ रही रंजिश की खाई और गहरी हो गई। वहीं, मुकदमे के बदले मुकदमा और थाने से लेकर कोर्ट के चक्कर लगाना। चमन समेत उसके विरोधी राजेश के परिवार वालों ने इसे नियति मान लिया था। दोनों पक्षों के बीच रंजिश की ¨चगारी कहीं भी सुलगी हो लेकिन मुकदमेदारी की आंच में दोनों ही घराने झुलसे और मामला हत्या के अंजाम तक पहुंच गया।
चमन और राजेश के बीच चल रही रंजिश जून 2018 में उस वक्त तूल पकड़ी थी, जब राजेश पक्ष की ओर से चमन के खिलाफ घर में घुसकर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने प्रभावी कार्रवाई नहीं की, इसके चलते चमन की पत्नी शकुंतला की ओर से राजेश उसका भाई शिवराज समेत एक महिला के खिलाफ 24 जुलाई को गालीगलौज व जान से मारने की धमकी, अंगभंग का केस लिखाया। वहीं राजेश पक्ष की ओर से 20 सितंबर को एक और मुकदमा चमन के चचेरे भाई भूरे के खिलाफ मारपीट व जान से मारने की धमकी देने का लिखाया गया। खासियत यह रही कि सभी मुकदमों में पुलिस आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है लेकिन गिरफ्तारी आज तक नहीं की गई। चौकी से लेकर थानास्तर पर हीलाहवाली
- आमतौर पर पुलिस बड़ी घटनाएं रोकने के लिए छोटे मामलों को भी देहात इलाकों में तूल पकड़ने से रोकती है और प्रभावी कार्रवाई करती है लेकिन चमन हत्याकांड में चौकी से लेकर थाने तक पुलिस की हीलाहवाली ही सामने आई है। अवैध संबंधों से जुड़ी वारदात
- पुलिस इसे अवैध संबंधों से भी जोड़कर चल रही है। पुलिस का दावा है कि चमन के विरोधी खेमे की एक महिला से अवैध संबंध थे। संबंधों से पर्दा उठने के बाद से दोनों पक्षों में रंजिश चल रही थी और अक्सर दोनों पक्ष एक-दूसरे पर मुकदमे कराते रहते थे। पुलिस मुकदमा दर्ज करके और विवेचना के बहाने रकम ऐंठकर इसे और हवा दे रही थी। एक वार में फट गया दिल और थम गई सांसें
चमन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक हमलावरों ने उस पर धारदार हथियार से केवल एक वार किया था। यह वार सीने पर बांयी ओर है। उससे उसका दिल फट गया और मौके पर ही सांसें थम गईं। पांच भाइयों यशवीर, विजयवीर, सुभाष व विकास के बीच मझले चमन की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। उसकी पत्नी समेत तीन छोटे बेटे और एक बड़ी बेटी का भी रो-रोकर बुरा हाल है। चमन ही खेती कर परिवार का भरण-पोषण करता था।