धर्म का व्यापार बंद होने पर होगा समाज का उत्थान : संजीव
गांव गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर में महर्षि दयानंद की 196वीं जयंती मनाई गई।
संस, बिल्सी : गांव गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर में महर्षि दयानंद की 196वीं जयंती मनाई गई। सामूहिक यज्ञ के उपरांत आचार्य संजीव रूप ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती समाज में धर्म के नाम पर फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए संसार में आए थे। उन्होंने कहा कि जब तक नारियों का सम्मान नहीं होगा तथा छुआछूत के नाम पर दलितों का अपमान बंद नहीं होगा। आर्यसमाज के मंत्री अगर पाल सिंह ने कहा कि महर्षि दयानंद राष्ट्र के पुरोधा थे। प्रधान ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने समाज के उद्धार के कार्य किया। आर्य संस्कारशाला की शिक्षिका प्रज्ञा आर्य ने शाला के बच्चों के साथ ऋषि दयानंद को समर्पित भजन प्रस्तुत किए। इस मौके पर दुर्वेश कुमार, राकेश शाक्य, मास्टर साहब सिंह, सुखबीर सिंह, अंशुल कुमार सिंह, प्रश्रयआर्य बद्री प्रसाद आर्य आदि मौजूद रहे।