शवों को लिहाफ ओढ़ा कर घर से भागा था कातिल
चोर और चौकीदार शब्दों की शुरूआत एक ही अक्षर से होती है लेकिन चौकीदार से चोर छुप नहीं सकता।
बदायूं : कहावत है कि चोर और चौकीदार शब्दों की शुरूआत एक ही अक्षर से होती है। चोर कितना भी शातिर क्यों न हो लेकिन वारदात को अंजाम देते वक्त कोई न कोई ऐसी गलती कर ही देता है जो उसके पास तक चौकीदार को खींच लाती है। यही चूक दंपती के बेटे राशिद ने कर डाली। दोनों की हत्या के बाद बेटे ने शवों को लिहाफ ओढ़ा दिया। शवों की स्थिति देखने के बाद ही पुलिस कहानी को समझ गई। अगर कोई गैर व्यक्ति कत्ल को अंजाम देता तो न तो शवों के मुंह ढकता और न ही चादर की सिलवटें मिटाता। यहीं से पुलिस की तफ्तीश को दिशा मिली और बुधवार को उनका बड़ा बेटा राशिद पुलिस ने उठा लिया है। दंपती के शव सुपुर्दे खाक
दंपती के शव मंगलवार दोपहर बाद ही पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने परिजनों को सौंप दिए। लेकिन उनके अन्य बेटों के न पहुंचने के कारण देर रात तक उनका इंतजार किया गया। देर रात बेटा तारिख, आमिर और जुगनू एक-एक करके पहुंचे और शवों को देखते ही बिलख पड़े। बुधवार सुबह दोनों का शेखूपुर के ही कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार कर दिया गया। भाइयों पर कुर्बान, मुझ पर एहसान : राशिद
बेटे तारिख ने अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी। इसके आधार पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा कायम कर लिया। इधर, राशिद को पुलिस ने थाने में ही बैठा लिया। राशिद ने मंगलवार को जो बयान दिया था उसके बारे में पुलिस ने पूछताछ की। यहां तक कि बदायूं से बरेली और उसके बाद चंदौसी जाने के टिकट भी पुलिस को दिए। कई अनसुलझे सवालों पर पुलिस राशिद से बातचीत करती रही। देर रात तक राशिद पुलिस की हिरासत में ही था। हालांकि राशिद ने पुलिस के सामने अपना दर्द भी बयां किया। उसका कहना था कि मां-बाप ने बाकी के तीनों भाइयों को कभी कैश तो कभी जमीन दिलवाई। जबकि उसे हमेशा हाशिये पर रखा गया। जबकि मां-बाप की वह सबसे ज्यादा सेवा करता था, बावजूद इसके उसके साथ ज्यादती की गई। यहां तक कि उसे संपत्ति से बेदखल करने की भी तैयारी चल रही थी। लक्ष्मीपुर में छिपाए जेवरात-नकदी
- पुलिस इस घटना के खुलासे के वक्त संभवत: दो लोगों को सामने लाएगी, इनमें एक कातिल होगा तो दूसरा उसे सरपरस्ती देने के आरोप में फंसेगा। क्योंकि अभी तक यही सामने आया है कि कातिल ने घर से लूटे गए जेवरातों समेत तकरीबन 17 हजार की नकदी बिसौली कोतवाली इलाके के गांव लक्ष्मीपुर निवासी एक युवक के पास छिपाई है। पुलिस ने देर रात वहां भी दबिश दी और माल बरामद किया है। इसके अलावा पुलिस ने रबड़ी विक्रेता को भी हिरासत में लिया है। ताकि यह पता लग सके कि आखिरकार रबड़ी में ऐसा क्या था कि दंपती सो गए। सपा नेता ने कर डाली टिप्पणी
शहर के एक सपा नेता ने अपनी फेसबुक पर इस घटना को लेकर एक टिप्पणी की है। सपा नेता ने दंपती के बेटे को ही कातिल ठहरा दिया है। अपनी पोस्ट में सपा नेता ने लिखा है कि लड़का ही निकला मां-बाप का कातिल, थू ऐसी औलाद पर, शेखूपुर मृतक दंपती कांड। पुलिस द्वारा किसी भी तरह का दावा न करने के बाद भी सपा नेता की इस टिप्पणी की शहर में व्यापक चर्चा है।