Budaun: मजदूर के परिवार को बंधक बनाकर पांच लाख की डकैती, सगे भाइयों पर लगाया आरोप; पुलिस ने जताई ये आशंका
Budaun News मजदूर और उसके परिवार को बंधक बनाकर घर में डकैती डाली गई। मजदूर ने पांच लाख रुपये का सामान लूट ले जाने का आरोप अपने ही सगे भाइयों भतीजे और कुछ अज्ञात लोगों पर लगाया है। पुलिस घटना को संदिग्ध मान रही है।
जागरण संवाददाता, बदायूं : मजदूर और उसके परिवार को बंधक बनाकर घर में डकैती डाली गई। मजदूर ने 25 हजार रुपये नकदी समेत पांच लाख रुपये का सामान लूट ले जाने का आरोप अपने ही सगे भाइयों, भतीजे और कुछ अज्ञात लोगों पर लगाया है। इसके चलते ही पुलिस घटना को संदिग्ध मान रही थी। पुलिस जांच में कई बार मजदूर ने अपने बयान बदले, लेकिन वह बंधक बनाकर डकैती की बात कहता रहा। इसके चलते पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जिला शाहजहांपुर थाना गढ़िया रंगीन क्षेत्र के ग्राम मढ़ई निवासी महाराम करीब 30 साल पहले गांव से परिवार समेत निकल आया था। इसके बाद से वह बरेली के भुता क्षेत्र में बीडीए की जगह में घर बना कर रहा था। लेकिन बीते साल जब बीडीए ने अपनी जमीन खाली करा ली तो महाराम अपने परिवर के साथ अलापुर थाना क्षेत्र के गांव ग्योती धर्मपुर में अपने रिश्तेदार रूम सिंह के घर के पास आकर रहने लगा। उसने यही एक झोपड़ी डाल ली और मजदूरी कर परिवार का गुजर बसर करने लगा।
महाराम का आरोप है कि रविवार रात करीब एक बजे नकाबपोश सात बदमाश उसके घर में असलाह के साथ घुसे और उन सभी को बंधक बना लिया। चीख पुकार करते इससे पहले ही उनके मुंह में कपड़ा ठूस दिया। इसके बाद पूरे परिवार को घर से दूर ले गए। कुछ बदमाश घर में ही बने रहे। उन्होंने घर में रखे 25 हजार रुपये नकद, पत्नी के कांड के कुंडल, जंजीर, हार समेत करीब पांच लाख रुपये का जेवर लूट कर ले गए।
महाराम का आरोप है कि नकाबपोश बदमाशों ने जब उसके साथ मारपीट की तो उसने उन्हें पहचान लिया। वह और कोई नहीं उसके ही सगे भाई वीरपाल, देव सिंह, सत्यपाल और उनका भतीजा केसी यादव व तीन अज्ञात लोग थे। उनके जाने के बाद महाराम ने सूचना पुलिस को दी।
इस पर रात में ही चौकी इंचार्ज म्याऊं राजपाल सिंह पहुंचे और जांच पड़ताल की। लेकिन रात में ही पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर लौट गई। लेकिन सुबह जैसे ही गांव में चर्चा फैली तो पहले अलापुर प्रभारी निरीक्षक हरपाल सिंह बालियान जांच को पहुंचे। इसके बाद सीओ दातागंज कर्मवीर सिंह और एसपी सिटी अमित कुमार श्रीवास्तव ने पहुंच कर जांच की।
इस दौरान महाराम बार-बार अपने बयान बदलता रहा। आसपास के लोगों से पूछताछ की गई तो उन्होंने भी घटना की जानकारी से इन्कार किया। लेकिन महाराम बार-बार डकैती की बात कह रहा था। इस पर महाराम की तहरीर के आधार पर उसके सगे भाई शाहजहांपुर के गढ़िया रंगीन के गांव मढ़ई निवासी वीरपाल, देव सिंह, सत्यपाल, भतीजा केसी यादव व तीन अज्ञात के खिलाफ डकैती, मारपीट, धमकाने की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बेटी को जबरन ले जाने की कोशिश का आरोप
महाराम ने बताया कि उसके आरोपित भाई उसकी 13 वर्षीय बेटी को जबरन ले जाने की कोशिश कर रहे थे। वह लोग बेटी को काफी दूर तक ले गए, लेकिन बेटी ने किसी तरह उनसे खुद को छुड़ा लिया। महाराम ने बेटी से बात कराई तो उसने बताया कि चाचा लोग उसकी शादी अपने बेटे से कराने की बात कह रहे थे। लेकिन वह बचकर भाग आई।
वर्जन...
मामला पूरी तरह से संदिग्ध है। जमीन के विवाद का मामला है। महाराम बार-बार डकैती की बात कह रहा है। इसके चलते उसकी तहरीर पर संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। जिन पर आरोप हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम शाहजहांपुर गई है।
- अमित कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी