Budaun Case: मासूमों का गला काटने के बाद भी साजिद-जावेद ने शरीर पर किए ताबड़तोड़ 20 वार, खून से लाल हो गई थी फर्श, फिर भी...
साजिद तो एनकाउंटर में ढेर हो चुका है। अब जावेद की तलाश हो रही है। बेटे की नृशंसता पर साजिद की मां नजरीन और पिता बाबू बुधवार को अफसोस जताते रहे। बोले दोनों बालकों की मृत्यु का उन्हें भी दर्द है। पुलिस ने साजिद का एनकाउंटर कर ठीक ही किया..। प्रकरण पर भाजपा सांसद डा. संघमित्रा मौर्य और सपा महासचिव शिवपाल यादव के बयान से राजनीति भी गर्माने लगी।
जागरण संवाददाता, बदायूं। 12 साल का आयुष और आठ वर्ष का अहान...। हेयर ड्रेसर साजिद व उसके भाई जावेद ने मंगलवार शाम पहले आयुष की गर्दन काटी, फिर अहान की। निर्दोष बालकों के शरीर से निकले खून से फर्श लाल हो गई। फिर भी हत्यारोपित रुके नहीं। आयुष की गर्दन, सीने, पीठ, हाथ, पेट पर 14 और अहान पर इसी तरह छह प्रहार किए। उनके हाथों पर गहरे जख्म बयां कर रहे कि वे जान बचाने के लिए जूझे मगर साजिद व जावेद के आगे बेबस हो गए। बच्चों के पिता विनोद की ओर से दर्ज एफआईआर में इसका उल्लेख है।
साजिद तो एनकाउंटर में ढेर हो चुका है। अब जावेद की तलाश हो रही है। बेटे की नृशंसता पर साजिद की मां नजरीन और पिता बाबू बुधवार को अफसोस जताते रहे। बोले, दोनों बालकों की मृत्यु का उन्हें भी दर्द है। पुलिस ने साजिद का एनकाउंटर कर ठीक ही किया..। दूसरी ओर प्रकरण पर भाजपा सांसद डा. संघमित्रा मौर्य और सपा महासचिव शिवपाल यादव के बयान से राजनीति भी गर्माने लगी।
ठेकेदार विनोद सिंह के घर के पास साजिद और जावेद ने दो वर्ष पहले दुकान शुरू की थी। मंगलवार शाम को साजिद विनोद की पत्नी संगीता से पांच हजार रुपये उधार मांगने पहुंचा। उन्होंने हामी भरते हुए चाय बनने तक इंतजार करने को कहा। उसी दौरान वह छत पर चला गया।
विनोद के अनुसार, साजिद का भाई पहले दरवाजे पर पहरेदारी कर रहा था। स्वजन की निगाह बचते ही वह भी छत पर पहुंच गया। वहां खेल रहे बेटे अहान से पानी लाने को कहा और आयुष से वहीं रुकने को कहा। आरोप है कि हत्यारोपितों ने छुरे से आयुष की गर्दन काटी। चंद मिनट बाद अहान पानी लेकर आया तो उसकी भी हत्या कर दी।
तीसरे बेटे पीयूष के पहुंचने पर उसे भी पकड़ना चाहा मगर खून के बीच खड़े होने से साजिद के पैर फिसल गए। वह असंतुलित हुआ, इतने में पीयूष जान बचाकर भाग गया। शोर शराबा होने पर मोहल्ले के लोगों ने साजिद को पकड़ा मगर वह हाथापाई कर भागने में सफल रहा। बाद में मुठभेड़ में मारा गया। जावेद पहले ही भाग चुका था। घटना के समय विनोद की मां मुन्नी देवी ने एक ही हमलावर होने की बात कही थी.. इस पर विनोद का कहना था कि हड़बड़ी के कारण वह घटनाक्रम समझ नहीं सकी होंगी। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी का कहना है कि फरार हत्यारोपित जावेद की तलाश की जा रही है। क्षेत्र में शांति है।
कारण जानने के लिए जावेद को जिंदा पकड़ना जरूरी
दो बालकों की हत्या का कारण बुधवार को भी स्पष्ट नहीं हो सका। प्राथमिकी में भी इसका जिक्र नहीं है। विनोद का कहना है कि जावेद जिंदा पकड़ा जाए, तभी पता चल सकेगा कि हत्याकांड क्यों किया। बुधवार तड़के चार बजे बालकों का पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। दोपहर को साजिद के शव को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। मुठभेड़ के दौरान उसके सीने में तीन गोलियां लगी थीं।
हत्यारोपित के मां-पिता ने कहा, मुझे भी दर्द है
साजिद की मां नजरीन ने कहा कि बच्चों की हत्या हुई, इसका मुझे भी दर्द है। मैं समझ सकती हूं कि संगीता किस परिस्थिति से गुजर रही होंगी। साजिद ने गलत किया, ऐसे में पुलिस ने जो किया वह सही है। उसके पिता बाबू बोले, पता नहीं साजिद ने ऐसा क्यों किया। हो सकता है कि कुछ लोगों ने उकसा दिया हो..फिर भी, किसी के बच्चों की हत्या करना गलत है। उसकी सजा मिल गई। दूसरी ओर साजिद की पत्नी 15 दिन से मायके में हैं। उनका कहना है कि आठ दिन से साजिद से बात भी नहीं हुई। कोई विवाद तो नहीं..इस पर कहा कि ऐसा कुछ नहीं था।
संघमित्रा व शिवपाल के आरोप-प्रत्यारोप
विनोद के घर पहुंचीं भाजपा सांसद डा. संघमित्रा मौर्य ने कहा कि मंगलवार रात को हत्याकांड के बाद बवाल होना गलत था। सपा महासचिव और प्रत्याशी शिवपाल यादव पहले भी दंगे कराते रहे हैं। उनके यहां आने से माहौल बिगड़ा है। संभव है कि इसमें उनका हाथ रहा हो, प्रशासन इसकी जांच कराए। दूसरी ओर, संभल के बहजोई में शिवपाल यादव ने घटना का संदर्भ देकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। कहा कि एनकाउंटर सही नहीं है। अब हत्याकांड का राजफाश कैसे होगा।
यह भी पढ़ें: Budaun Case: बदायूं हत्याकांड के आरोपी जावेद पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित, वारदात के बाद से है फरार
यह भी पढ़ें: 'माहौल बिगाड़ने की साजिश में हो सकता शिवपाल का हाथ', बदायूं में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची संघमित्रा का बड़ा दावा