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रौंदते हुए नवाज को दूर तक घसीट ले गई थी बोलेरो

बोलेरेा ने दंपती को टक्कर मारकर मासूम को भी चपेट में ले लिया। इससे वह गाड़ी में दूर तक घसीटता चला गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 12:28 AM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 12:28 AM (IST)
रौंदते हुए नवाज को दूर तक घसीट ले गई थी बोलेरो
रौंदते हुए नवाज को दूर तक घसीट ले गई थी बोलेरो

बदायूं : बोलेरो की स्पीड बहुत थी। दंपती को रौंदने के बाद बोलेरो मासूम नवाज को काफी दूर तक रौंदते हुए घसीटते हुए ले गई थी। तभी उसकी चप्पल गाड़ी के बंफर में फंसी और उसी के साथ चली गई थी। गाड़ी इंजन बंद होने के कारण कुछ देर को कछला ब्रिज के पार रुकी थी। तभी घाट के दूसरी तरफ खड़े उसके पिता असरुद्दीन की नजर चप्पल पर पड़ी। उन्हें यह आभास हुआ कि चप्पल उनके बेटे की है। इससे पहले, वह बोलेरो सवार को पकड़ पाते। ड्राइवर गाड़ी स्टार्ट करके वहां से भाग निकला था।

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कछला के वार्ड संख्या 10 स्थित पंखियानगला गांव का असरुद्दीन गंगा में नाव चलाता है। सुबह वह खाली पेट घर से घाट पर पहुंच गया था। ऐसे में इकलौता बेटा नवाज उसे खाना देने घाट पर पहुंचा था। खाना देकर नवाज लौटा और पुल पर खड़े होकर चुंबक को धागे में बांधकर गंगा में डाल रहा था। ताकि राहगीरों द्वारा गंगा में डाले गए सिक्के चिपक आएं। कुछ देर बाद वह घर जाने के लिए जैसे ही ब्रिज के फुटपाथ से उतरा, उसे बोलेरो ने चपेट में ले लिया। काफी दूर तक नवाज बोलेरो के साथ खिचड़ता हुआ गया और गाड़ी के बंपर में उसकी चप्पल फंस गई। इधर, असरुद्दीन भी किसी काम से नाव छोड़कर पुल की ओर जा रहा था तो अचानक एक बोलेरो का इंजन बंद हुआ था और ड्राइवर उसे स्टार्ट करने की कोशिश में था। बंपर में चप्पल और गाड़ी पर लगा खून देख उसे शक हुआ कि कहीं इस गाड़ी ने उसके बेटे को टक्कर न मारी हो, यह सोचकर वह गाड़ी की ओर दौड़ा लेकिन इसी बीच ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट की और भाग निकला। पोस्टमार्टम हाउस पर भी वह रो-रोकर यही कह रहा था कि अगर जरा जल्दी सोच लेता तो ड्राइवर को पकड़ लिया होता। इंसेट

अनाथ हो गए विकल के तीनों बच्चे

- हादसे का शिकार हुए एटा के दंपती विकल व अनीता के तीन बच्चे हैं। विकल गुप्ता किराना व्यापारी थे। परिवार में बड़ी बेटी तान्या (13), बेटा देवू (11) व शौर्य (9) हैं। माता-पिता की मौत के बाद तीनों अनाथ हो गए हैं। मामा मुकेश समेत ननिहाल पक्ष के लोग शव की शिनाख्त करने के बाद बिलख पड़े। यह लोग बच्चों को कैसे इस हादसे की खबर दें, यह सोचकर और ज्यादा रो रहे थे। इंसेट

कहा था कार से आना

- परिजन यही कहकर रो रहे थे कि अनीता से कहा था कि दवा लेने सहसवान आए तो किराए पर एक कार कर ले। बाइक का सफर काफी खतरीला होता है लेकिन विकल और अनीता नहीं माने और बाइक से ही सहसवान को रवाना हो गए लेकिन रास्ते में यह हादसा हो गया।

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