मां लक्ष्मी का मिला आशीर्वाद, झूम उठा बाजार
वैद्य ऋषि धनवंतरि के जन्मदिन धनतेरस का पर्व जिलेभर में उल्लास के साथ मनाया गया।
बदायूं : वैद्य ऋषि धनवंतरि के जन्मदिन धनतेरस का पर्व जिलेभर में उल्लास के साथ मनाया गया। जीएसटी के बाद सराफा, बर्तन और इलेक्ट्रानिक्स बाजार में करोड़ों का कारोबार हुआ। बाजार में जहां ग्राहकों की भारी भीड़ जुट गई, वहीं घरों में भी रंगरोगन के साथ साफ-सफाई की गई। सराफा कारोबारी हों या वाहनों के शोरूम या फिर बर्तनों का बाजार। हर तरफ भीड़ ही भीड़ रही। अहतियात के तौर पर प्रशासन ने शहर के मुख्य बाजार में चारपहिया वाहनों समेत ई रिक्शा के घुसने पर पाबंदी लगा दी है।
धनतेरस को लेकर बाजार में कई दिन से तैयारियां चल रही थीं। रविवार रात तक इन तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया। जबकि सोमवार सुबह बाजार खुलते ही यहां ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। दोपहर तक देहात इलाके के ग्राहकों ने जहां चांदी के सिक्कों से लेकर सोने के जेवरात खरीदे। वहीं बर्तन की दुकानों पर भी लोग पहुंचे और अपनी जरूरत के मुताबिक खरीददारी की। भारतीय झालरों का ज्यादा क्रेज
- दीपावली पर सजावट के लिए लोगों ने झालरों के अलावा कंडील खरीदे। साथ ही नए पर्दे और झालरें भी ली गईं। इस बार बाजार में चायनीज के अपेक्षा भारतीय झालरों की मांग ज्यादा दिखी है। इन झालरों की पै¨कग पर स्वच्छ भारत का लोगो भी लगा हुआ है। वहीं बिजली के विभिन्न उपकरण भी खरीदे गए। देर रात तक बाजार में ग्राहकों की भारी भीड़ रही। वहीं झाड़ू भी जमकर बिकी। मूर्तियों की भी बिक्री
- दीपावली पर पूजन के लिए लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की भी जमकर बिक्री हुई। इलेक्ट्रानिक झालरें लगी मूर्तियों के अलावा लोगों ने मिट्टी की बनी मूर्तियां ज्यादा खरीदीं। हालांकि खरीदने से पहले लोग उन्हें भली-भांति देख रहे थे कि कहीं कोई मूर्ति खंडित न निकले। अपने घरों पर मौजूद मंदिर के आकार के हिसाब से लोग मूर्तियां खरीदते दिखे। लक्ष्मी-गणेश के अलावा लोगों ने अपने इष्टदेवों की मूर्तियां समेत उनके कपड़े और श्रृंगार का सामान भी खरीदा। पूजन के लिए चीनी के खिलौने और खीलें भी खरीदी गईं।
पुराने बदलने के साथ खरीदे नए बर्तन
- घरों में स्टील, पीतल या फूल के पुराने टूटे बर्तनों को लेकर लोग बाजार पहुंचे और उन्हें बेचकर कुछ रुपये और देने के साथ नए बर्तन खरीदे। किसी ने चम्मच का सेट खरीदा तो किसी ने जरूरत के मुताबिक डिनरसेट भी लिया। वहीं तांबे के गिलास, लोटे व बाल्टे भी खरीदे गए। सोने के साथ बिका डायमंड
- सराफा बाजार में सोने के साथ हीरा भी लोगों की पसंद बना रहा। कोई सोने की अंगूठी खरीद रहा था तो कोई सोने में हीरा जड़ी अंगूठी को पसंद कर रहा था। वहीं कम वजन में बड़े आभूषणों का क्रेज इस बार भी लोगों में दिखा। साथ ही हीरे के लॉकेट और हार के अलावा लोगों ने राशि के मुताबिक नग भी खरीदकर पर्व मनाया। वहीं कुछ लोगों ने पूजा के लिए चांदी की थाली आदि भी खरीदी।