भाजपा नेता को पीटकर लूटा, चालक का अपहरण
पिछड़ा वर्ग मोर्चा के ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष रामशरण पाल और उनके चालक के साथ मारपीट की गई।
- पिछड़ा वर्ग मोर्चा के ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष हैं रामशरण पाल, सदस्यता अभियान के लिए बरेली से गए थे
- तीन सगे भाइयों समेत उनके पिता पर दर्ज हुआ मुकदमा
संवाद सहयोगी, दातागंज (बदायूं) : भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष रामशरण पाल व कार चालक पर हमला कर दिया गया। भाजपा नेता से मारपीट व लूटपाट के बाद आरोपित उनके चालक का अपहरण कर ले गए। प्रकरण में तीन सगे भाइयों, उनके पिता पर अपहरण, लूट, एससीएसटी व मारपीट का मुकदमा दर्ज किया है।
मूलरूप से बरेली के राजेंद्रनगर निवासी रामशरण पाल शनिवार को पार्टी के सदस्यता अभियान में शामिल होने के लिए दातागंज विधानसभा के अलापुर कस्बा में आए थे। बरेली के बहेड़ी के गांव भूड़ा निवासी राजेंद्र उनकी कार चलता है। उसका मूल निवास दातागंज के गांव रुधैली में है। शनिवार को कार्यक्रम के बाद उसने रुधैली गांव होते हुए वापस बरेली चलने की बात कही। दोपहर को वहां पहुंचकर सुरेंद्र सिंह से उधारी के रुपये वापस मांगने लगा। इसी पर दोनों के बीच विवाद हो गया। आरोप है कि सुरेंद्र, उसके बेटे आर्येंद्र, अवधेश व महेश ने राजेंद्र से मारपीट शुरू कर दी। उसका मोबाइल छीनकर फेंक दिया। रामशरण ने हस्तक्षेप कर राजेंद्र को कार में बैठाया और भुड़ेली गांव की ओर ले जाने लगे। इतने पर दूसरे पक्ष के लोग ट्रैक्टर लेकर पीछे से आए और उनकी कार में टक्कर मार दी। बाद में राजेंद्र को खींचकर अपने साथ ले गए। विरोध करने पर रामशरण के साथ भी मारपीट की, उनका मोबाइल फोन व बैग छीन लिया। रामशरण ने बताया कि वहां से पैदल भागकर जान बचाई। बाद में यूपी 100 पर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कार कोतवाली लेकर आई। दूसरी ओर चालक का रविवार तक कोई सुराग नहीं लगा। प्रकरण में मारपीट, लूट व अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है। 68 हजार रुपये की वजह से किया अपहरण
संस, दातागंज : दातागंज में भाजपा नेता को सरेराह दबंगई के बल पर अपहरण और लूटपाट की सनसनीखेज वारदात की वजह महज नशा और 68 हजार रुपये बनी। ड्राइवर राजेंद्र 68 हजार रुपये मांगने के लिए सुरेंद्र सिंह के पास गया था लेकिन वहां रकम की जगह उसे अगवा कर लिया गया। भाजपा नेता की मानें तो ज्यादा विरोध करते तो नामजद पिता-पुत्र उन्हें भी ठिकाने लगा देते। ड्राइवर के अपहरण के बाद परिजनों में भी कोहराम मचा हुआ है। बताया जाता है कि ड्राइवर राजेंद्र के चाचा ने कई महीने पहले अपनी जमीन सुरेंद्र के हाथ बेची थी। इस जमीन का 68 हजार रुपया सुरेंद्र पर बाकी था। समय-समय पर उससे तकादा किया जा रहा था लेकिन वह हर बार टाल देता था। कभी दो दिन बाद तो कभी फसल उठने के बाद रकम देने की बात कहता था। राजेंद्र समेत पूरा परिवार उसकी बहानेबाजी से तंग आ चुका था। शनिवार रात भी राजेंद्र अलापुर आया तो यह सोचकर गांव गया कि सुरेंद्र को रुपये देने के लिए कहेगा तो शायद पूरे नहीं लेकिन कुछ रुपये ही मिल जाएं। गांव पहुंचने पर पता लगा कि सुरेंद्र खेत पर है, ऐसे में वह खेत पर चला गया। वहां जरा सी देर में मामला बिगड़ गया और नौबत मारपीट तक आ गई। सुरेंद्र के बेटे शराब के नशे में धुत थे, ऐसे में दबंगई दिखाने के लिए उन्होंने काफी आगे जाकर पुन: गाड़ी को फिल्मी अंदाज में टक्कर मारकर रोका और मारपीट व लूटपाट कर डाली। इस घटना के बाद से परिजनों को भी यह आशंका सता रही है कि राजेंद्र का आरोपितों ने क्या हाल किया होगा। वहीं पुलिस दूसरे दिन भी उनका कोई सुराग नहीं लगा सकी है। वर्जन
घटना का मुकदमा दर्ज कर लिया है,नामजद फरार हैं। भाजपा नेता के चालक की तलाश की जा रही है।
- गोविद सिंह, कोतवाल दातागंज