किशोर अपराधियों के प्रति रहें संवेदनशील : जिला जज
जिला जज डॉ.अजय कुमार विश्वेश ने कहा कि किशोर न्याय तंत्र का एक उद्देश्य है।
बदायूं : जिला जज डॉ.अजय कुमार विश्वेश ने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम एवं किशोर न्याय तंत्र का एक मात्र उद्देश्य समाज की मुख्य धारा से अलग हुए किशोर अपराधियों का सुधार करके उनको मुख्य धारा में वापस लाना है, ताकि वह अपना शेष जीवन समाज और देश के कल्याण में लगा सकें। उन्होंने कहा कि किशोर न्याय तंत्र में विशेष पुलिस किशोर इकाई की महत्वपूर्ण भूमिका है। अन्य क्रिमिनलों की तुलना में अधिक संवेदनशील रहना पड़ेगा, ताकि किशोर, अपराधियों की दुनिया से बाहर निकल सकें।
किशोर न्याय बोर्ड की ओर से जिला पंचायत सभागार में आयोजित विशेष कार्यशाला में जिला जज ने किशोर अपराधियों को सुधारने पर जोर दिया। डीएम दिनेश कुमार ¨सह ने किशोर न्याय बोर्ड के कार्यो की प्रशंसा करते हुए बोर्ड को हर तरह से सहयोग का भरोसा दिलाया। कहा कि आज के प्रशिक्षण के बाद किशोर न्याय बोर्ड एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई के अधिकारी एवं कर्मचारी और प्रभावी ढंग से कार्य कर सकेंगे। एसएसपी अशोक कुमार ने कार्यशाला को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि किशोर पुलिस इकाई के आरक्षियों को यहां से किशोरों के प्रति किए जाने वाले आचरण एवं व्यवहार से संबंधित महत्वपूर्ण सबक लेकर जाना चाहिए। अपराध की विवेचना के समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि किशोर ने किन परिस्थितियों में अपराध किया है। न्यायिक मजिस्ट्रेट अमरजीत ¨सह ने किशोर न्याय अधिनियम एवं संबंधित कानूनों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी। कहा कि उन किशोरों के साथ हमदर्दी के साथ कार्यवाही की जानी चाहिए जो किसी विवशता या परिस्थिति का शिकार होकर अपराध कर रहे हैं। ऐसे किशोरों के साथ हमदर्दी का व्यवहार करने की आवश्यकता नहीं जो जान-बूझकर अपराध किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों का लाभ उठाने के लिए जघन्य अपराध करते हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता अतुलेश कुमार सक्सेना ने किशोर न्याय अधिनियम एवं पॉक्सो एक्ट पर विस्तार से चर्चा की। किशोर न्याय बोर्ड के प्रधान मजिस्ट्रेट कुंदन किशोर, त्वरित न्यायालय सिविल जज सीनियर डिवीजन डॉ.देवेंद्र ¨सह फौजदार, सिविल जज सुश्री कविता ¨सह, किशोर न्याय बोर्ड कासगंज के सदस्य डॉ.लईक खान, किशोर न्याय बोर्ड बदायूं की सदस्य सविता मालपाणि ने भी विचार व्यक्त किए। अंत में किशोर न्याय बोर्ड की ओर से सहभागियों एवं समाजसेवी दानदाताओं को प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। संचालन किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अजय पाल गुप्ता ने किया।