वार्षिक लेखाबंदी से बैंक बंद, ग्राहक रहे ग्राहक
वित्तीय वर्ष शुरू होने के दिन भी वार्षिक लेखाबंदी की वजह से बैंक बंद रहे।
बदायूं : वित्तीय वर्ष 2019-20 शुरू होने के पहले ही दिन लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बैंकों ने गेट के बाहर वार्षिक लेखाबंदी के कारण बैंक बंद होने और ग्राहकों के कार्य न होने का बोर्ड तो लगाया, लेकिन दूर-दराज से आए ग्राहकों को जानकारी न होने की वजह से वापस लौटना रहा। तो कोई बैंक के बाहर खड़ा होकर काम शुरू होने के इंतजार करता रहा।
वित्तीय वर्ष 2018-19 समाप्त होने के अंतिम दिन रविवार का अवकाश होने के बाद भी कार्यालयों में काम हुआ। तो वहीं बैंकों ने भी काम को पूरा किया। कर्मचारी अपनी-अपनी सीट का काम निपटाते रहे। तो नया वित्तीय वर्ष शुरू होने पर एक अप्रैल को भी पुरानी काम निपटाने के साथ-साथ नई फाइलें भी तैयार की गईं। नए वित्तीय वर्ष से जुड़ी फाइलें बनाई गईं। नया लेखाजोखा तैयार किया गया। लोटनपुरा स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पर आईं महिला रामबेटी ने बताया कि उन्हें रुपयों की जरूरत थी, लेकिन बैंक आकर देखा तो ग्राहकों के काम से मना कर दिया गया। मंगलवार से सभी बैंकों में काम शुरू हो जाएगा। सरकारी दफ्तरों में निपटाए पेडिंग काम
संसू, सैदपुर : बैंकों की वार्षिक लेखाबंदी की वजह से सरकारी कार्यालयों में कर्मचारी काम निपटाते रहे तो वहीं कस्बे की बैंकों में ताले लटके रहे, लेकिन बैंकों के भीतर बैठकर कर्मचारी काम करते रहे। वार्षिक लेखाबंदी की वजह से ग्राहकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं रुपये की जरूरत पर एटीएम ने भी धोखा दे दिया। ग्राहक रुपयों को लेकर एटीएम के चक्कर ही लगाते रहे, लेकिन रुपये नहीं निकले।