एटीएस ने फर्जी सिम बेचने वालों के यहां मारा छापा
फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में फर्जी आइडी पर सिम जारी करने का धंधा लंबे समय से चल रहा था। लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी। यह खेल करने वालों को पकड़ने को एटीएस (आतंकवादी निरोधक दस्ता) को कार्रवाई को लखनऊ से आना पड़ा। एटीएस ने सम्भल में कई स्थानों पर छापेमारी की। फिर फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के ओरछी चौराहे से दो सिम विक्रेताओं को हिरासत में लिया है।
संसू, फैजगंज बेहटा/आसफपुर : फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में फर्जी आइडी पर सिम जारी करने का धंधा लंबे समय से चल रहा था। लेकिन, स्थानीय पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी। यह खेल करने वालों को पकड़ने को एटीएस (आतंकवादी निरोधक दस्ता) को कार्रवाई को लखनऊ से आना पड़ा। एटीएस ने सम्भल में कई स्थानों पर छापेमारी की। फिर फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के ओरछी चौराहे से दो सिम विक्रेताओं को हिरासत में लिया है। उनसे चंदौसी कोतवाली में पूछताछ की जा रही है। एटीएस ने स्थानीय पुलिस को दूर रखा, ताकि वह फर्जी तरीके से सिम बेचने वालों को उनके स्थान से न भगा दें।
ओरछी चौराहे पर कुछ मोबाइल विक्रेता लंबे समय से फर्जी सिम बेचने का कारोबार कर रहे थे। कई बार इलाकाई लोगों ने फर्जी सिम बेचने वालों की शिकायत स्थानीय पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। शनिवार को एटीएस लखनऊ की टीम ने छापेमारी कर दो लोगों को हिरासत में ले लिया। टीम उनको लेकर चंदौसी चली गई। इस दौरान पता चला कि 250 सिम फर्जी तरीके से किसी एक व्यक्ति को ही बेचे गए थे। उन सिमकार्ड से कई आपराधिक घटनाएं हुई हैं। फैजगंज बेहटा एसएचओ अजय चाहर का कहना है कि इस संबंध में उनके पास कोई जानकारी नहीं है। एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में एटीएस के आने की सूचना मिली है। एटीएस ने वहां से दो सिम विक्रेताओं को पकड़ा है जिनसे सम्भल जिले में पूछताछ की जा रही है। वजह है कि सम्भल के ही एक मामले में उन सिम विक्रेताओं के नाम प्रकाश में आए हैं।