अस्ताचलगामी सूर्य को दिया गया अर्घ्य
पूर्वाचल के लोकपर्व सूर्य षष्ठी की यहां भी धूम मची है। शहर में रह रहे बिहार के लोगों ने विधि विधान से पूजा की।
बदायूं : पूर्वाचल के लोकपर्व सूर्य षष्ठी की यहां भी धूम मची है। शहर में रह रहे बिहार के लोग परिवार सहित विधि विधान से पूजा-अर्चना कर रहे हैं। आरा, बिहार के करीब आधा दर्जन परिवार यहां नेकपुर मुहल्ले में तालाब बनाकर विधिवत पर्व मना रहे हैं। मंगलवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया।महिलाओं ने छठ पूजा के गीत भी गाए। व्रतधारी कुछ परिवार कछला गंगा घाट पर पहुंचे जहां डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।
यूं तो यह पर्व पूर्वांचल का बड़ा त्यौहार है, लेकिन अब यहां भी अच्छी-खासी संख्या में लोग मनाने लगे हैं। रेलवे कॉलोनी में स्टेशन मास्टर पारस की मां सरोज देवी पिछले कई वर्षो से यहां छठ पर्व मनाती आ रही हैं। अब नेकपुर मुहल्ले में रह रहे आरा, बिहार के करीब आधा दर्जन परिवारों ने भी यह पर्व धूमधाम से मनाना शुरू कर दिया है। व्रत रखने वाली महिलाओं को दूर न जाना पड़े इसलिए मुहल्ले में ही तालाब बना लिया है। मंगलवार की शाम तालाब के किनारे विधि-विधान से छठ पर्व के गीत गाते हुए अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। यहां क्लब केसरी, नारायण केसरी, लाल बाबू केसरी, मनोज केसरी, शिवजी प्रसाद केसरी, मोती केसरी, सीमा देवी केसरी, बबिता देवी केसरी, शोभा देवी केसरी श्रद्धा और उल्लास के साथ पर्व मना रहे हैं। बुधवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पर्व का समापन होगा।
रेलवे कॉलोनी में सरोज देवी के छठ पूजा का व्रत करने से रौनक बनी हुई है। परिवार के साथ इन्होंने कछला गंगा घाट पर जाकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। नेकपुर मुहल्ले में व्रत रखने वाली महिलाओं की संख्या अधिक है, इसलिए यहां रातभर रौनक बनी रही।