आवेदन कतार में, आवेदक इंतजार में
पहले सफाई व्यवस्था में लापरवाही और लचर निगरानी से नगर पालिका परिषद अपनी फजीहत करा चुकी है।
बदायूं : पहले सफाई व्यवस्था में लापरवाही और लचर निगरानी से नगर पालिका परिषद अपनी फजीहत करा चुकी है। अब जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में भी लापरवाही बरती जा रही है। प्रमाण पत्र के आवेदन के बाद से 20 दिन निर्धारित हैं, लेकिन तय अवधि में सर्टिफिकेट नहीं जारी हो पाते।
जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र कई राजकीय कार्य और अन्य आवेदनों आदि में अहम होता है। आधार कार्ड की तरह तमाम योजनाओं में इसे अनिवार्य कर दिया गया है। यह प्रमाण पत्र नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में बनाए जाते हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में प्रधान की संस्तुति के बाद ब्लॉक से जारी होते हैं।
बीत जाती है अवधि, लटके रहते आवेदन
सरकार से इसका शुल्क 20 रुपये और जारी करने की अवधि 20 दिन निर्धारित है। तय समय में प्रमाण पत्र न जारी होने पर कार्रवाई का भी प्रावधान है, लेकिन पालिका में न तो समय अवधि में काम हो रहा है और न लापरवाहों पर कार्रवाई ही। खामियाजा भुगत रहे हैं आमजन, जिन्होंने आवेदन किए थे। आवेदन ही लटके हैं। वर्जन ::
इस तरह का मामला संज्ञान में नही है। अगर शिकायत आती है तो जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- सुनील कुमार, नगर मजिस्ट्रेट