दफ्तर के चक्कर काट रहे अभ्यर्थी, नहीं मिल रहा कोई जवाब
प्राथमिक विद्यालयों में 68500 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत कुछ चयनित अभ्यर्थी विभागीय गलती की वजह से परेशान हैं।
बदायूं : प्राथमिक विद्यालयों में 68500 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत कुछ चयनित अभ्यर्थी विभागीय गलती की वजह से परेशानी का सामना कर रहे हैं। नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के बाद से लगातार चक्कर लगा रहे हैं और उन्हें नियुक्ति पत्र न देने का कारण नहीं बताया जा रहा है। प्रभारी बीएसए को फोन करने से लेकर पटल के कर्मचारी के समक्ष नियुक्ति पत्र वितरण की मांग करने के बाद भी कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है।
भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत 18 अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटन की काउंसि¨लग में अनुपस्थित दर्शाते और 19 अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की कमी बताते हुए नियुक्ति पत्र का वितरण नहीं किया गया। शैक्षिक प्रमाण पत्रों में कमी होने पर नियुक्ति पत्रों का रोका जाना तो सही है, लेकिन विद्यालय आवंटन की काउंसि¨लग में उपस्थित होने के बाद भी अनुपस्थित होना विभागीय कार्यशैली को दर्शा रहा है। ऐसे कुछ अभ्यर्थी लगातार कार्यालय पर चक्कर लगा रहे हैं। फिरोजाबाद निवासी अंकित मिश्रा के बीएससी के प्रमाण पत्र में इनरोलमेंट नंबर न लिखे जाने की बात कही गई तो वहीं उनका कहना है कि बीएसए के प्रमाण पत्र में इनरोलमेंट नंबर लिखा है। तो नियुक्ति पत्र क्यों रोका गया। मथुरा की माया और सीमा ने काउंसि¨लग के दौरान जाति प्रमाण पत्र अपने पति का लगाया था, लेकिन विभाग के अनुसार उन्हें शादी के बाद भी पिता का जाति प्रमाण पत्र लगाना है। ऐसे सभी अभ्यर्थियों का कहना है कि विभाग त्रुटियां सुधार के लिए प्रमाण पत्र भी नहीं ले रहा और और अनुपस्थित वालों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहा। प्रभारी बीएसए राम मूरत ने बताया कि अभ्यर्थियों की समस्याओं को कमेटी के सामने रखा जाएगा, जो भी निर्णय होगा वह मान्य किया जाएगा। कमेटी के समक्ष रखेंगे प्रत्यावेदन
प्रमाण पत्रों में कमी, नाम के स्पे¨लग में करेक्शन आदि के लिए अभ्यर्थी प्रत्यावेदन दे रहे हैं। जो कमेटी के समक्ष रखे जाएंगे। इसके बाद ही समस्याओं का निस्तारण होगा।