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चुनाव बाद कटेंगे दरख्ते पेड़, नीलामी में आचार संहिता का पेच

्रजिले में दरख्त पेड़ खतरें की घंटी बजा रहे हैं। इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Mar 2019 11:58 PM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 11:58 PM (IST)
चुनाव बाद कटेंगे दरख्ते पेड़, नीलामी में आचार संहिता का पेच
चुनाव बाद कटेंगे दरख्ते पेड़, नीलामी में आचार संहिता का पेच

बदायूं : जिले में शहर से लेकर देहात तक लंबे समय से दरख्त बने सूखे पेड़ चुनाव बाद कटवाए जाएंगे। हादसे का सबब बन रहे इन पेड़ों से लोगों को बचाने के लिए राजस्व विभाग ने उनको चिह्नित कर नीलामी की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन आचार संहिता का पेच नीलामी प्रक्रिया में फंस गया। अब चुनाव बाद फिर से उनको कटवाने के लिए नीलामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। शहरी क्षेत्र में तहसील प्रशासन की ओर से निकायों को सूखे पेड़ कटवाने का जिम्मा दिया है।

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पिछले साल माल गोदाम रोड और एसएसपी कार्यालय के सामने अचानक गिरे पेड़ की वजह से लोगों को चोट भी आई थीं। इसमें कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए थे। इस हादसे के बाद शहर में पुराने दरख्त हो चुके पेड़ों को कटवाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। तहसील प्रशासन ने औपचारिकताएं पूरी करते हुए जल्द ही नीलामी कराने का दावा किया था, लेकिन पालिका प्रशासन और वन विभाग का सहयोग नहीं मिला था। इस वजह से वह प्रक्रिया ठंडे बस्ते में पहुंच गई। हाल ही में तहसील प्रशासन ने फिर से वन विभाग को पत्र लिखा और सड़क किनारे या फिर भीड़भाड़ वाले इलाकों में मौजूद दरख्तों को कटवाने के लिए कहा। इससे पहले वन विभाग तहसील प्रशासन के पत्र पर कोई विचार कर पाता कि लोकसभा चुनाव का आगाज हो गया। चुनावी समर में व्यस्त होने की वजह से सरकारी अमले ने इस योजना को कुछ दिन और बढ़ा दिया। अब चुनाव बाद उनके कटवाने पर विचार किया जाएगा। सरकारी कार्यालय परिसर में मौजूद सूखे पेड़ों की भी होगी नीलामी

तहसील से लेकर ब्लॉक परिसर में मौजूद सूखे पेड़ों को कटवाया जाएगा। उनको नीलाम करने के बाद जो भी धनराशि राजस्व के खाते में आएगी उससे विकास कार्य कराने के साथ ही कार्यालयों की मरम्मत भी कराई जाएगी। इसके साथ ही जितनी संख्या में पेड़ कटेंगे उससे पांच गुना ज्यादा वहां पौधरोपण कराया जाएगा। वर्जन ..

सूखे पेड़ों को कटवाने के लिए नीलामी प्रक्रिया शुरू की गई थी। अब आचार संहिता लगी है और चुनावी कार्यक्रम की व्यस्तता है इसलिए चुनाव बाद ही अब सूखे पेड़ों को कटवाया जाएगा। मानसून सत्र से पहले ही यह कार्रवाई कर ली जाएगी, ताकि यह पेड़ हादसे का सबब न बन सकें।

- पारसनाथ मौर्य, एसडीएम सदर


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