कटरा के बाद मूसाझाग कांड ने लगाया था दोहरा कलंक
देश दुनिया में बदायूं को कलंकित करने वाला कटरा सआदतगंज कांड के बाद मूसाझाग कांड हुआ था।
बदायूं : देश दुनिया में बदायूं को कलंकित करने वाला कटरा सआदतगंज कांड के बाद मूसाझाग कांड ने भी बदनुमा दाग को दोहरा दिया था। दोनों ही घिनौनी घटनाओं में खाकी शामिल थी, इसलिए यहां की बेटियां शोहदों से कम खाकी से ही ज्यादा डरने लगीं थीं। बुधवार को मूसाझाग कांड का फैसला आने से कटरा कांड की भी यादें ताजा हो गई हैं।
साल 2014 में उसहैत थाना क्षेत्र की कटरी में बसे कटरा सआदतगंज गांव में चचेरी बहनों की लाशें पेड़ पर लटकी मिलीं थीं। एफआइआर थी कि दोनों बहनों की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर लाश टांग दी गईं। इस केस में कटरा सआदतगंज पुलिस चौकी पर तैनात हेड कांस्टेबल समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मामला पूरी दुनिया में सुर्खियों पर आया तो तत्कालीन सपा सरकार को भी कठघरे में खड़ा कर लिया गया था। घटना को लेकर तमाम सियासी लोगों ने बयानबाजी की तो गांव पूरी तरह से राजनीति का अखाड़ा बना रहा। यह कांड अभी यहां के लोग भुला भी नहीं पाए थे कि वर्ष 2015 में 31 दिसंबर की रात को मूसाझाग थाने में तैनात सिपाही वीरपाल और अवनीश ने इलाके की ही एक नाबालिग को अगवा कर लिया। थाने में लाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घटना के बाद बदायूं पूरी तरह से कलंकित हो उठा। हालांकि इस मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए आरोपितों को सलाखों के पीछे जल्द पहुंचा दिया। अदालत ने इस मामले में पीड़ित पक्ष को इंसाफ दिलाते हुए आरोपितों को दोषी करार दिया और सख्त सजा सुनाई। पीड़िता की मां बोली, अदालत से मिला इंसाफ
मूसाझाग सामूहिक दुष्कर्म कांड के आरोपित दोनों सिपाहियों को सजा होने के बाद पीड़िता की मां बोली, कोर्ट से उन्हें इंसाफ मिला है। कहना है कि कानून के रखवालों ने ही बेटी की आबरू लूटी थी। कहा कि आरोपितों की दहशत की वजह से वह पुलिस के पास शिकायत करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रही थी। किसी तरह हिम्मत कर एसएसपी तक पहुंचे थे। अदालत पर पूरा भरोसा था और अदालत ने इंसाफ किया है। हमे पूरी उम्मीद थी कि आरोपितों के कर्मो की सजा उन्हें जरूर मिलेगी। जज ने सुनाई पहली सजा
पॉक्सो कोर्ट के न्यायाधीश देशराज प्रसाद ¨सह अभी हाल ही में यहां स्थानांतरित होकर आए हैं। जिले में उन्होंने यह पहली सजा सुनाई है। मामला सिपाहियों से जुड़ा हुआ था, इसलिए कोर्ट परिसर में लोगों की खासी भीड़ भी दिखाई पड़ी।