रैनबसेरा की चाबी न देने पर स्टाफ से भिड़े नशेड़ी युवक
जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मंगलवार रात तीन युवकों ने जमकर हंगामा काटा।
हंगामा
- जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मंगलवार रात हुई घटना
- तीमारदारों और स्टाफ ने बमुश्किल समझाकर वापस भेजा जागरण संवाददाता, बदायूं : शराब के नशे में धुत तीन युवकों को बुधवार रात कहीं ठिकाना नहीं मिला तो वह तीनों जिला अस्पताल पहुंच गए। यहां स्टाफ से रैनबसेरा की चाबी मांगी। स्टाफ ने देने से मना किया तो ईएमओ रूम में पहुंचकर उनसे चाबी मांगी। यहां भी इन्कार हुआ तो वे हंगामा करते हुए आमादा फसाद हो गए। बाद में स्टाफ व तीमारदारों ने उन युवकों को समझाकर किसी तरह उनको वहां से लौटा दिया।
घटना मंगलवार रात की है। रात करीब एक बजे मरीज नहीं आए तो ईएमओ ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर इमरजेंसी वार्ड में ही बने ईएमओ रूम में चले गए। इस दौरान तीन युवक वहां आ धमके। पहनावे से तीनों किसी अच्छे परिवार के लग रहे थे। इनमें एक ने वहां मौजूद वार्ड ब्वाय से रैनबसेरे की चाबी मांगी। वार्ड ब्वॉय ने इन्कार किया तो उससे झगड़ने लगे। युवकों का कहना था कि रात बहुत हो गई है इसलिए रैनबसेरे में ठहरेंगे और सुबह होते ही यहां से चले जाएंगे। जबकि वार्ड ब्वॉय का कहना था कि रैनबसेरे से उसका मतलब नहीं है। उस पर केवल अपने वार्ड की जिम्मेदारी है। फार्मासिस्ट ने भी समझाना चाहा लेकिन तीनों सीधे ईएमओ रूम में प्रवेश कर गए और डॉक्टर से चॉबी मांगने लगे। डॉक्टर का कहना था कि रैनबसेरा तीमारदारों के लिए बनाया गया है। यह भी बताया कि उसकी चॉबी उनके पास नहीं रहती तो तीनों युवक बिगड़ने लगे। इस पर अन्य तीमारदार भी आ गए और स्टॉफ भी एकत्र हुआ और उन्हें बमुश्किल समझाकर वापस भेज दिया गया। सीएमएस डॉ. बीबी पुष्कर ने बताया कि ऐसा मामला संज्ञान में नहीं है।
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