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कृषि रक्षा ईकाई में लटका मिला ताला, प्रभारी को नोटिस

जागरण संवाददाता, बदायूं : ब्लाक कादरचौक स्थित राजकीय कृषि बीज भंडार की कृषि रक्षा ईकाई

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 11:20 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 11:20 PM (IST)
कृषि रक्षा ईकाई में लटका मिला ताला, प्रभारी को नोटिस
कृषि रक्षा ईकाई में लटका मिला ताला, प्रभारी को नोटिस

जागरण संवाददाता, बदायूं : ब्लाक कादरचौक स्थित राजकीय कृषि बीज भंडार की कृषि रक्षा ईकाई कार्यालय बंद मिलने पर डीएम दिनेश कुमार ¨सह ने कृषि रक्षा प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए।

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बुधवार को दोपहर में जिलाधिकारी ने कादरचौक ब्लाक का औचक निरीक्षण किया। विभिन्न पटलों पर जाकर लिपिकों से जानकारी ली। जीपीएफ पासबुक एवं सेवा पुस्तिकाओं का भी जायजा लिया। मनरेगा के अंतर्गत जारी मास्टर रोल के सापेक्ष कार्य न होने पर ब्लाक में तैनात सभी पंचायत सचिवों को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चकरोडों से अवैध कब्जा हटाने के बाद उस पर मिट्टी का कार्य अवश्य कराया जाए। डीएम ने ब्लाक परिसर में स्थापित सीडीपीओ कार्यालय स्वान का भी निरीक्षण किया। राजकीय कृषि बीज भण्डार कादरचौक में प्रभारी का नाम एवं मोबाइल नंबर बोर्ड पर न लिखे होने पर नारा•ागी जताई। गेहूं बिक्री के अभिलेख चेक किए तो 24 दिसंबर के बाद गेहूं की बिक्री नहीं हुई है। सात दिसंबर तक की ही बिक्री का रिकॉर्ड उप निदेशक कृषि कार्यालय में भेजा गया है। डीएम ने निर्देश दिए कि क्रय की गई वस्तु की सब्सिडी 15 दिनों के अंदर किसान के खाते में पहुंचने की व्यवस्था है। डीएम ने कार्य में लापरवाही पर असंतोष जताया। इस अवसर पर डीआरडीए परियोजना निदेशक राम ¨सह, खंड विकास अधिकारी बलवंत ¨सह मौजूद रहे।

आवास के लिए दलालों के चक्कर में न पड़ें

ब्लाक कादरचौक का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी ने मौजूद क्षेत्रीय लोगों की शिकायतों को सुना। उन्होंने कहा कि वितरण अधिकारी के पास उपलब्ध सूची में जिस व्यक्ति का नाम होगा, केवल उसी व्यक्ति को राशन वितरित किया जाएगा। जिस व्यक्ति का नाम सूची में नहीं है और वह पात्रता की श्रेणी में आता है, वह जनसेवा केंद्र से ऑनलाइन आवेदन करें। प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्राम प्रधान अथवा कोई अधिकारी चाहकर भी किसी भी व्यक्ति को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास नहीं दिला सकता। वर्ष 2011 में की गई सामाजिक, आर्थिक जनगणना की सूची में जिन व्यक्तियों का नाम होगा, यह आवास केवल उन्हीं लोगों को मिलेगा। यह सूची ऑनलाइन अपलोड है, जिन व्यक्तियों को आवास दिए गए है अथवा जो व्यक्ति प्रतीक्षारत हैं, उनके नाम गांव में दीवार पर लिखवा दिए गए हैं।--


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