गोवंश का चारा डकार रहे जिम्मेदार
जिस देश में गोवंश की पूजा होती है वहां ऐसे भी लोग है जो उनका चारा डकार रहे हैं। गोशाला के निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम तो यह हकीकत सामने आई। जितने गोवंश अभिलेख में दर्ज थे उनमें से करीब आधे ही मौके पर मिले।
फोटो 14 बीडीएन- 53 गोलमाल ::::: -एसडीएम के निरीक्षण में खुली पोल, किया जवाब-तलब
-रजिस्टर में 56 गोवंश थे दर्ज जबकि मौके पर 29 ही मिले जागरण संवाददाता, बदायूं : जिस देश में गोवंश की पूजा होती है, वहां ऐसे भी लोग है जो उनका चारा डकार रहे हैं। गोशाला के निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम तो यह हकीकत सामने आई। जितने गोवंश अभिलेख में दर्ज थे उनमें से करीब आधे ही मौके पर मिले। जबकि पंजीकृत गोवंश की संख्या के अनुसार बजट खर्च किया जा रहा था। साहब ने भी जांच व कार्रवाई करना उचित नहीं समझा, सिर्फ जवाब-तलब करके जिम्मेदारों को छोड़ दिया।
डीएम कुमार प्रशांत ने जिले भर की गोशालाओं का निरीक्षण करने के निर्देश संबंधित एसडीएम को दिए थे। जिस पर एसडीएम सदर पारसनाथ मौर्य ने शनिवार को गांव ककोड़ा की स्थाई गोशाला की हकीकत देखने पहुंचे। अफसर के पहुंचने से जिम्मेदारों में खलबली मच गई। अफसर ने रजिस्टर देखा तो इसमें 56 गोवंश दर्ज मिले। इसके अनुसार ही चारा-पानी का बजट खर्च मिला। जबकि मौके पर 29 ही गोवंश थे। जिनके बारे में जिम्मेदार संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। पोल खुलने पर एसडीएम ने जिम्मेदारों को फटकारा। कहा कि इस तरह का खेल उनको भारी पड़ सकता है। एसडीएम ने बताया कि पशु कम पाए गए तो एक गाय अस्वस्थ भी मिली। जिसका तार से पैर कटना बताया गया। फिलहाल सभी का जवाब तलब किया गया है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।