मलेरिया की 40 में 25 जांच रिपोर्ट गलत निकलीं
एलटी लापरवाह तरीके से कर रहा था मरीजों की जांच। इसलिए कार्रवाई की गई।
- एलटी लापरवाह तरीके से कर रहा था मरीजों की जांच
- एडी की टीम की गोपनीय जांच में हो चुका था खुलासा
- इसीलिए गिरी डॉक्टर समेत एलटी पर कार्रवाई की गाज संसू, उसावां : जिले में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं। ऐसा खुद स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के शनिवार को मंडलीय समीक्षा बैठक में तेवर देखकर लगा। यही वजह रही कि बुखार से ग्रसित मरीजों के खून के नमूनों की रिपोर्ट ही गलत दी जा रही थी। मामला उजागर होने पर लैब टेक्नीशियन को निलंबित कर दिया गया है। वहीं चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश कुमार की भी लापरवाही मानते हुए उन्हें तत्काल सीएचसी से हटाने का निर्देश दिया जा चुका है। इस कार्रवाई के बाद जिलेभर के लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों में खलबली मची हुई है।
सीएचसी पर तैनात एलटी नेपाल सिंह ने पिछले दिनों 40 मरीजों का ब्लड सैंपल लिया था। ताकि स्पष्ट हो सके कि उन्हें कौन सा बुखार है। इनमें 25 की जांच रिपोर्ट गलत निकली। इन मरीजों को बताया गया कि कि मलेरिया नहीं है। जबकि जांच रिपोर्ट की क्रास चेकिग एडी की टीम गोपनीय तरीके से पिछले दिनों कर गई थी। इसमें पता लगा कि सभी को मलेरिया था। मरीजों की जिदगी से खुलेआम खिलवाड़ का खेल अधिकारियों की नजर में उजागर हुआ तो इसकी रिपोर्ट शासनस्तर पर भेज दी गई थी। जांच में यह भी पाया गया था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में गंदगी, उपकरणों के रखरखाव में गड़बड़ी और बुनियादी सुविधाओं जैसे पेयजल, मरीजों के बेड, बिजली व प्रकाश आदि व्यवस्थाएं पूरी तरह ध्वस्त थीं।