पांच फीट की दीवारें बना पंचायत भवन के नाम पर निकाले 19.48 लाख
गांवों में राष्ट्रीय स्वराज अभियान योजना में पंचायत भवन बनाए जा रहे हैं। इनमें अब वित्तीय अनियमितताएं सामने आने लगी हैं। सबसे बड़ा गोलमाल सालारपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत कैली और मई रजऊ में सामने आया है। यहां पंचायत भवन निर्माण के नाम पर पांच फीट की दीवारें बनाई। फिर 19.48 लाख रुपये का बजट निकाल लिया।
जेएनएन, बदायूं : गांवों में राष्ट्रीय स्वराज अभियान योजना में पंचायत भवन बनाए जा रहे हैं। इनमें अब वित्तीय अनियमितताएं सामने आने लगी हैं। सबसे बड़ा गोलमाल सालारपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत कैली और मई रजऊ में सामने आया है। यहां पंचायत भवन निर्माण के नाम पर पांच फीट की दीवारें बनाई। फिर 19.48 लाख रुपये का बजट निकाल लिया। पंचायत भवन के सत्यापन को पहुंचे एडीपीआरओ राजीव कुमार मौर्या अधूरा पंचायत भवन देखकर चौंक गए। उन्होंने कैली और मई रजऊ ग्राम पंचायत पर तैनात सचिव केशव भारती पर कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार की है।
पंचायत भवन निर्माण पर अधिक धनराशि खर्च करने वाली ग्राम पंचायतों का सत्यापन चल रहा है। शिकायत मिल रही हैं कि पंचायत भवनों का निर्माण कार्य बंद है और लाखों रुपये का बजट निकाल लिया गया है। प्रधान और सचिव की मिलीभगत से यह खेल किया जा रहा है। शिकायतें आने पर पंचायती राज विभाग ने सभी पंचायत भवनों का सत्यापन शुरू कराया। एडीपीआरओ सालारपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत कैली में निमार्णाधीन पंचायत भवन के सत्यापन को पहुंचे तो देखा कि वहां डेढ़ मीटर ऊंची दीवारें खड़ी की हैं। लेकिन अब तक 10.05 लाख रुपये का बजट खर्च किया जा चुका है। बिना टेंडर बिल्डिग मैटेरियल की फर्म से निर्माण सामग्री मंगवाई जा रही है। एडीपीआरओ ने पंचायत सचिव केशव भारती को मौके पर बुलाया तो वह मौके पर नहीं पहुंचे। सचिव ने खरीदी गई सामग्री का बिल भी एडीपीआरओ को नहीं दिया है। एडीओ पंचायत ने बताया कि सचिव ने अवकाश की कोई सूचना नहीं दी है। फिर उन्होंने ग्राम पंचायत मई रजऊ में बन रहे पंचायत घर को देखा। वहां भी यही स्थिति सामने आई। यहां भी निर्माण के नाम पर नौ लाख 43 हजार रुपये निकाल लिए गए। दोनों ग्राम पंचायतों का चार्ज सचिव केशव भारती संभाल रहे हैं। एडीपीआरओ ने उन्हें वित्तीय अनियमितताएं करने का दोषी ठहराते हुए कार्रवाई को अफसरों को रिपोर्ट दी। लेकिन, सचिव पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। ब्लॉक में सबसे ज्यादा ग्राम पंचायतों पर है केशव की तैनाती
सालारपुर ब्लॉक में निर्माण कार्यों में अनियमितताएं उन्हीं गांवों में मिल रही हैं जहां पर सचिव केशव भारती की तैनाती है। सचिव केशव भारती के पास सबसे ज्यादा 15 ग्राम पंचायतों का प्रभार है। जबकि एक ही ब्लॉक में जहां कई सचिव तैनात हैं। बड़ी ग्राम पंचायतों का प्रभार संभालने वाले सचिव केशव भारती के कार्यकाल में कई बार वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं। लेकिन अफसर कार्रवाई से बचते रहे हैं।
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निर्मित पंचायत भवन की सूचना छिपा पास कराया नए भवन का प्रस्ताव
जासं, बदायूं : राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना में उन ग्राम पंचायतों में भवन बनने थे, जहां यह अभी तक नहीं बने है। शासनादेश पर इसके प्रस्ताव मांगे गए। इसके बाद भी पंचायत सचिव केशव भारती ने सालारपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत मई रजऊ में पंचायत भवन का प्रस्ताव पास कराकर कार्य शुरू कराया। सत्यापन को पहुंची टीम को पता चला कि जहां पंचायत भवन बन रहा है। उसी स्थान के करीब में अच्छी हालत में पंचायत भवन पहले से बना है। दस साल पहले पंचायत भवन का निर्माण कराया था। फिर भी यह जानकारी छिपाकर वहां दूसरे पंचायत भवन का निर्माण शुरू कराया। एडीपीआरओ ने अपनी रिपोर्ट में इस बात को स्पष्ट किया है कि प्रधान और सचिव ने यह जानकारी जान बूझकर छिपाई है। तीन कमरे और एक हॉल का पंचायत भवन होने के बाद भी दूसरे भवन के निर्माण की जरूरत नही थी। ऐसे में शासकीय धन का दुरुपयोग किया है। वर्जन ..
संबंधित अफसरों से जांच रिपोर्ट मंगवाई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। विकास कार्यों के नाम पर वित्तीय अनियमितताएं करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
- दीपा रंजन, डीएम