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बिहार से कानपुर पैदल जा रहे 27 मजदूर रोके गए

आजमगढ़ कोरोना के कहर के चलते विश्व का एक तिहाई हिस्सा लॉकडाउन है। भारत में भी पूरी तरह लॉकडाउन के चार दिन बीत चुके हैं। इस बीच बिहार के समस्तीपुर से अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े 27 मजदूरों को पुलिस ने शनिवार को बेलइसा सब्जी मंडी चौराहे पर रोक दिया। नाश्ता-पानी के बाद पुलिस ने उन्हें भोजन कराया। इसके बाद वाहनों से उनके घरों तक कानपुर औरैया भेजा गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 05:45 PM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 05:45 PM (IST)
बिहार से कानपुर पैदल जा रहे 27 मजदूर रोके गए
बिहार से कानपुर पैदल जा रहे 27 मजदूर रोके गए

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : लॉकडाउन को दरकिनार करते हुए पांच सौ किमी. के सफर पर पैदल ही निकले 27 मजदूरों को पुलिस ने आजमगढ़ में रोक लिया। उनके नाश्ता, भोजन का इंतजाम कराने के बाद औरैया एवं कानपुर के लिए रवाना कर दिया गया। मजदूर बिहार के समस्तीपुर से औरैया के लिए जा रहे थे।

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बिहार के समस्तीपुर जिले के मुसरीगरारी में रहकर काम करने वाले मजदूरों के सामने लॉक डाउन से बड़ा संकट पैदा हो गया। मजदूरों के मालिकों ने भी उन्हें मजबूरी बताकर घर जाने को कह दिया। भोजन की मुश्किल हुई तो पैदल ही अपने घर कानपुर देहात, कानपुर नगर व औरैया के लिए निकल पड़े हैं। कानपुर नगर के रहने वाले अनूप सिंह नायक, पटवारी सिंह व औरैया जिले के जितेंद्र नायक व प्रमोद सिंह ने बताया कि पैसा न होने के कारण उन्हें खाने-पीने की चीजें नहीं मिल पा रही थी। बोले कि कोरोना वायरस से बाद में मरेंगे पहले भूख से मर जाएंगे। ऐसे में उन्हें घर जाना ही उचित लगा। इसलिए वह अपने घर को निकल पड़े। बताया कि कुछ दूर तक वाहनों का सहारा तो मिले लेकिन आधे से अधिक पैदल चलकर अपना सफर तय किया। रानी की सराय थाने के दारोगा अनुपम जायसवाल ने बताया कि भोजन करा दिया गया है। इन्हें भेजने के लिए प्रबंध भी कर दिया गया है।


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