वित्तीय अनियमितता में उबारपुर लखमीपुर के ग्राम प्रधान फंसे
आजमगढ़ ब्लाक लालगंज की ग्राम पंचायत उबारपुर लखमीपुर में कराए गए विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता की पुष्टि जांच में हुई है। टीम की आख्या पर डीएम ने ग्राम प्रधान शैलचंद्र सरोज के समस्त वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों कार्यों के संपादन पर रोक लगा दी है। अंतिम जांच के लिए जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया है। निर्देश दिया कि 15 दिन में प्रकरण की जांच कर डीपीआरओ को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : ब्लाक लालगंज की ग्राम पंचायत उबारपुर लखमीपुर में कराए गए विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता की पुष्टि जांच में हुई है। टीम की आख्या पर डीएम ने ग्राम प्रधान शैलचंद्र सरोज के समस्त वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों, कार्यों के संपादन पर रोक लगा दी है। अंतिम जांच के लिए जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया है। निर्देश दिया कि 15 दिन में प्रकरण की जांच कर डीपीआरओ को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह को ग्राम प्रधान के खिलाफ मिले शिकायती पत्र दिया गया था। जिसमें विद्यालय में मिट्टी भराई के नाम पर 1.80 लाख रुपये का भुगतान और सचिव की मिलीभगत से सोलर लाइट का गलत भुगतान किया गया शामिल है। जांच टीम गठित की गई। आख्या पर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन उसका संतोषजनक जवाब नहीं मिला। प्रथम ²ष्टया वित्तीयऔर अन्य अनियमितता में दोषी पाए जाने पर ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उधर, ग्राम पंचायत पद के दायित्वों के निर्वहन के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। इसमें रत्नी पत्नी श्यामसंदुर (पिछड़ी जाति), विपिन पुत्र शत्रुघ्न (सामान्य जाति) और विफाई पत्नी घुरहू (अनुसूचित जाति) शामिल हैं।