बेसहारा गोवंश को अब सब्जी और फल
-प्रमुख मंडी के व्यापारियों ने किया हर दिन देने का वादा -सामाजिक संगठन प्रयास ने शुरू की नई
-प्रमुख मंडी के व्यापारियों ने किया हर दिन देने का वादा
-सामाजिक संगठन प्रयास ने शुरू की नई पहल
-पहले दिन तमौली के गो-आश्रय पहुंचे सदस्य जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बात इंसान की हो या बेजुबान की। पीड़ा तो सभी को होती है। उसे समझने का प्रयास किया सामाजिक संगठन प्रयास ने। कोरोना काल में इंसानों से लेकर बेजुबानों की भूख शांत करने वाले संगठन का ध्यान गो-आश्रय स्थलों की ओर गया तो उन्हें सब्जी और फल देने की ठान ली। जिले की प्रमुख फल व सब्जी मंडी के आढ़तियों से बात की तो रास्ता निकल आया। पहले दिन उपलब्ध सब्जी और फल लेकर संगठन के सदस्य तमौली स्थित गो-आश्रय पहुंच पशुओं को सब्जी और फल दिया। बेसहारा पशु बोल तो नहीं पाए, लेकिन उनके चेहरे के भाव देख समाजसेवियों में एक-एक बेजुबानों तक सब्जी और फल पहुंचाने के एक नए प्रयास की राह जरूर खोल कर रख दी।
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मंथन से निकली बेसहारा पशुओं के लिए संजीवनी
-संगठन के मुखिया रणजीत सिंह ने बताया कि गो-आश्रयों में पशुओं को भूसा दिया जा रहा था। हमने कुछ अलग करने की ठानी तो मंथन में संजीवनी स्वरूप आइडिया दिमाग में आया। मंडियों में रोजाना शाम में बहुत सी सब्जियां, फल बेकार पड़ी रह जाती हैं। उनके बारे में आढ़तियों से बात की बेसहारा पशुओं के लिए संजीवनी निकल आई। उन्होंने मंडी से निकलने वाले सब्जी और फल मुफ्त में देने पर सहमति जता दी।
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कार्यकर्ता संभालेंगे पहुंचाने की जिम्मेदारी
-कार्यकर्ताओं की मीटिग बुलाकर जल्द ही एक-एक गो-आश्रय तक मंडी से सब्जी-फल पहुंचाने की रणनीति बनाई जाएगी। संगठन के कार्यकर्ता अपने इलाके के अनुपयोग सब्जी और फल गोवंशों तक पहुंचाएंगे। प्रयास किया जाएगा कि एक वाहन की व्यवस्था की जाए, ताकि मंडी में पहुंचकर सब्जी और फल को एकत्र कर सभी क्षेत्रों में पहुंचाया जा सके।