तीन माड्यूल से प्रेरक प्रदेश बनेगा उत्तर प्रदेश
आजमगढ़ मिशन प्रेरणा के महत्वपूर्ण कार्यक्रम के अंतर्गत मार्च 2022 तक उत्तर प्रदेश को प्रेरक प्रदेश बनाया जाना है। इसके लिए राज्य परियोजना लखनऊ ने तीन माड्यूल तैयार किया है जिसके तहत शिक्षा अनुदेशकों एवं शिक्षामित्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इससे जिले के बेसिक स्कूलों के छात्र भाषा एवं गणित की आधारभूत कौशल और दक्षता को प्राप्त कर सकेंगे।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: मिशन प्रेरणा के महत्वपूर्ण कार्यक्रम के अंतर्गत मार्च 2022 तक उत्तर प्रदेश को प्रेरक प्रदेश बनाया जाना है। इसके लिए राज्य परियोजना लखनऊ ने तीन माड्यूल तैयार किया है, जिसके तहत शिक्षा अनुदेशकों एवं शिक्षामित्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इससे जिले के बेसिक स्कूलों के छात्र भाषा एवं गणित की आधारभूत कौशल और दक्षता को प्राप्त कर सकेंगे।
डॉयट प्राचार्य अमरनाथ राय ने बताया कि ब्लाक स्तर पर सभी शिक्षा अनुदेशकों एवं शिक्षामित्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। बताया कि प्रत्येक ब्लाक पर दो पाली सुबह आठ बजे से 11.30 बजे तक और दो बजे तक पांच बजे तक शारीरिक दूरी का पालन करते हुए 25-25 शिक्षकों का बैच बनाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में रिसोर्स पर्सन के रूप में ब्लाक के अकादमिक रिसोर्स पर्सन और जिले के एआरजी सदस्य प्रतिभाग कर रहे हैं। इनकी मॉनीटरिग जिला स्तर पर बेसिक शिक्षा कार्यालय डायट जाफरपुर से हो रही है। प्रशिक्षण की ऑनलाइन मॉनीटरिग भी सीमैट प्रयागराज एवं राज्य परियोजना कार्यालय से भी हो रही है। उन्होंने बताया कि हस्तपुस्तिका (ध्यानाकर्षण), आधारशिला एवं शिक्षण संग्रह के साथ प्रेरणा तालिका, प्रेरणा सूची और प्रेरणा ओरंटियंटेशन के लिए जिले में ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य मिशन प्रेरणा के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक जानकारी देना, क्षमता संवर्धन, संसाधन का समायोजन, सामुदायिक सहयोग, आकलन के तरीके, शिक्षण विधियां, पाठ योजना निर्माण, प्रेरणा तालिका भरने की विधि आदि शिक्षण संबंधी जानकारी प्रदान करना है।