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मुंहतोड़ जवाब देने के लिए चार गुना मारें आतंकी

सगड़ी: भारत चीन युद्ध के दौरान अदम्य साहस व वीरता का प्रदर्शन कर 10 चीनी सैनिकों को मार कर उनकी राइफल छीनकर कई दिनों बाद अपने कैंप में पहुंचने पर तत्कालीन राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के हाथों सौदागर ¨सह ने प्रथम वीर चक्र प्राप्त किया। उसके बाद भारत-पाकिस्तान युद्ध में वीरता पूर्वक दुश्मनों के छक्के छुड़ाते हुए दो सितंबर 1965 को शहीद हुए सौदागर ¨सह की पौत्रवधू डा. अंजना ¨सह जिनके पति सत्यपाल ¨सह मेजर के पद पर कार्यरत हैं, ने कहा कि शहीद के परिवार आजीवन दर्द का दंश झेल रहे हैं

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 09:46 AM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 09:46 AM (IST)
मुंहतोड़ जवाब देने के लिए चार गुना मारें आतंकी
मुंहतोड़ जवाब देने के लिए चार गुना मारें आतंकी

जासं, सगड़ी (आजमगढ़) : भारत चीन युद्ध के दौरान अदम्य साहस व वीरता का प्रदर्शन कर 10 चीनी सैनिकों को मारकर उनकी राइफल छीनकर कई दिनों बाद अपने कैंप में पहुंचने पर तत्कालीन राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के हाथों सौदागर ¨सह ने प्रथम वीर चक्र प्राप्त किया। उसके बाद भारत-पाकिस्तान युद्ध में वीरता पूर्वक दुश्मनों के छक्के छुड़ाते हुए दो सितंबर 1965 को शहीद हुए सौदागर ¨सह की पौत्रवधू डा. अंजना ¨सह जिनके पति सत्यपाल ¨सह मेजर के पद पर कार्यरत हैं, ने कहा कि शहीद के परिवार आजीवन दर्द का दंश झेल रहे हैं जिससे कब छुटकारा मिलेगा। कहा कि शहीदों की शहादत को सच्ची श्रद्धांजलि तब होगी जब मुंहतोड़ जवाब देकर चार गुना लोगों को मार गिराया जाएगा। तभी दुश्मनों को भी परिजनों के न होने के दर्द का अहसास होगा।

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