मौसम ने ली करवट, आज भी हो सकती है बरसात
आजमगढ़ एक बार फिर मंगलवार की भोर में मौसम ने करवट लिया। तेज हवा और गरज के साथ बारिश हुई। हालांकि बारिश से गेहूं की फसल का अभी भी फायदा हुआ है। लेकिन तेज हवा के साथ कई क्षेत्रों में गेहूं की अगैती फसल गिर गई। जिससे किसानों के चेहरे पर चिता की लकीरें दिख रहीं थीं। हालांकि हवा बंद होने के बाद अन्नदाताओं ने राहत की सांस ली। मौसम का मिजाज जरूर बदला लेकिन गेहूं और अरहर की फसल के लिए बारिश की एक-एक बूंद अमृत के समान है। जबकि दलहनी फसलों में चना और मसूर के फूल झड़ जाने से उत्पादन प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : एक बार फिर मंगलवार की भोर में मौसम ने करवट लिया। तेज हवा और गरज के साथ बारिश हुई। हालांकि बारिश से गेहूं की फसल का अभी फायदा हुआ है। तेज हवा के साथ कई क्षेत्रों में गेहूं की अगैती फसल गिर गई। जिससे किसानों के चेहरे पर चिता की लकीरें दिख रहीं थीं। हालांकि हवा बंद होने के बाद अन्नदाताओं ने राहत की सांस ली। मौसम का मिजाज जरूर बदला लेकिन गेहूं और अरहर की फसल के लिए बारिश की एक-एक बूंद अमृत के समान है। जबकि दलहनी फसलों में चना और मसूर के फूल झड़ जाने से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है।
कृषि विज्ञान केंद्र, कोटवा पर संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा योजना के अंतर्गत प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अगले पांच दिनों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने व हल्की बारिश होने के आसार हैं। केंद्र प्रभारी व वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. केएम सिंह ने बताया कि बुधवार को दो से तीन किमी की रफ्तार से हवा चलेगी। 12 एमएम तक बारिश का भी पूर्वानुमान है। औसत अधिकतम तापमान 23-30 सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 से 18 सेल्सियस के मध्य और आर्द्रता 60-95 फीसद के मध्य रहेगी। हवा मध्यम गति के साथ पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर चलने की संभावना है। धीमी हवा के कारण गेहूं तो नहीं गिरेगा। लेकिन बारिश होने से अंतिम सिचाई की पूर्ति हो जाएगी। इससे किसानों को काफी फायदा होगा।
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अगले पांच दिनों में तापमान की स्थिति (डिग्री सेल्सियस)
तिथि अधिकतम न्यूनतम
26 फरवरी 26 13
27 फरवरी 23 12
28 फरवरी 25 13
29 फरवरी 27 15
एक मार्च 30 17
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इन फसलों पर ध्यान दें किसान
गेहूं के खेत में बारिश से पर्याप्त नमी आ चुकी है। किसान अच्छे उत्पादन के लिए प्रोपिकोना•ाोल 350 मिली,(0:52:34) एनपीके एक किलो, बोरान 100 ग्राम और इमिडाक्लोप्रिड की 100 मिली मात्रा को 150 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
दलहन व तिलहन (चना ,अरहर,मटर,मसूर, सरसो आदि) की फसल में पुष्पावस्था एवं मौसम को देखते हुए माहू कीट से बचाव को इमिडाक्लोप्रिड 100 मिली, उकठा व अन्य रोगों से बचाव को थायोफिनिट मिथाइल 200 ग्राम और फल-फूल को झड़ने से रोकने के लिए (0:52:34) एनपीके एक किलो के साथ बोरान की 100 ग्राम मात्रा को 150 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। गन्ना की बोआई का उपयुक्त समय चल रहा है। बोआई के दो से तीन दिन पूर्व हल्की सिचाई कर यूरिया का बुरकाव करें और गन्ने के दो से तीन आंख के टुकड़े काटकर बीज उपचार करने के उपरांत ही बुवाई करें। मिल्की मशरूम की बीजाई के लिए बीज की व्यवस्था करें। जौ के खेत में यदि कंडुआ रोग से ग्रसित पौधा दिखाई दे तो उसे निकालकर जला दें।