बेरोजगारों की फौज को मिले ठौर, खुशहाली का खुले द्वार
लोकसभा चुनाव को लेकर आजमगढ़-लालगंज संसदीय सीट 1962 से अब तक सुरक्षित सीट रही है। लालगंज के लोग जनपद से लगभग 45 किमी दूर होने के कारण लालगंज को जनपद मुख्यालय बनाने के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास की बात कर ही रहे हैं।
जासं, लालगंज (आ•ामगढ़) : लोकसभा चुनाव को लेकर आजमगढ़-लालगंज संसदीय सीट 1962 से अब तक सुरक्षित सीट रही है। लालगंज के लोग जनपद से लगभग 45 किमी दूर होने के कारण लालगंज को जनपद मुख्यालय बनाने के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास की बात वर्षों से कर रहे हैं। वहीं क्षेत्र के विकास की भी बात हो रही है। लालगंज को बनारस और गोरखपुर रेलवे लाइन से जोड़ने के साथ ही लालगंज बस डिपो के नाम से बस संचालित करने की मांग उठ रही है। इस पर लालगंज वासियों ने वर्तमान सरकार ने क्या-क्या किया और क्या-क्या करना चाहिए। अगली सरकार से क्या उम्मीद हैं आदि-आदि पर चर्चा हुई। इस बीच 'दैनिक जागरण' अपनी 'चुनावी चौपाल' को लेकर सोमवार को लालगंज तहसील के बाहर क्षेत्रीय लोगों के बीच रहा। राष्ट्रीय सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, भ्रष्टाचार व विकास पर बेबाकी से अपनी राय रखी। सबसे ज्यादा राष्ट्रीय बेरोजगारी, सुरक्षा व राष्ट्रीय विकास के साथ लालगंज के विकास का मुद्दा उठा। लोगों ने कहा कि सरकार ऐसी हो जो बेरोजगारी दूर करें। किसानों, गरीबों के लिए खुशहाली का द्वार खोल सके। -स्थानीय स्तर पर लोगों को वही चाहिए जिसकी जीवन में जरूरतें हैं। इसमें शिक्षा व स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। साथ ही राष्ट्र का विकास भी जरूरी है। -ओमप्रकाश सिंह पूर्व प्रधानाचार्य ।
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जिले की राजनीति में लोग आए- गए। राष्ट्रीय सुरक्षा महत्वपूर्ण है पर कल कारखानों पर ध्यान नहीं दिया गया इसे भी चुनावी मुद्दा बनाया जाए तो राष्ट्र का विकास होगा। -कृष्ण कुमार मोदनवाल।
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राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास के साथ स्थानीय मुद्दों को संसद में उठा सके। ऐसा सांसद चुनना चाहिए। लालगंज जिला बने। रोडवेज बस का संचालन हो। -डा. देवाशीष शुक्ला।
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स्वास्थ्य शिक्षा के बिना जीवन की कल्पना नहीं। इन दोनों क्षेत्रों में आजमगढ़ काफी पिछड़ा है। लोकसभा चुनाव में लालगंज संसदीय सीट 1962 से लेकर अब तक सुरक्षित है। इससे बेहतर मुद्दा और कोई नहीं हो सकता। -डा. मोहम्मद अनवर।
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राष्ट्रीय सुरक्षा व राष्ट्रीय विकास सर्वोपरि है। यह चुनाव इससे जुड़ा है। प्रत्येक लोगों को जागरूक मतदाता का परिचय देते हुए ठोस सरकार बनाने की दिशा में आगे आना चाहिए। -डा. सत्येंद्र सिंह पूर्व प्राचार्य।
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किसानों की अनगनित समस्याएं है। इससे बड़ा कोई मुद्दा नहीं। इस चुनाव में इस दिशा में बेहतर सोचना चाहिए। इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। -बलवंत सिंह।
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जिले में विकास कार्य बहुत हुआ। किसानों की दुर्दशा सबसे बड़ा मुद्दा है। किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत कर ही हम विकास कर सकते हैं। -भरत कुमार।
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बेरोजगारों की लंबी फौज खड़ी होती जा रही है। इस दिशा में काम करना होगा।नौकरी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि किसानों की आर्थिक संपन्नता बड़ा मुद्दा। -मिथिलेश कुमार सिंह।
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राष्ट्र सर्वोपरि है। इसके साथ ही चिकित्सा व स्वच्छता के साथ लालगंज जनपद बनना भी जरूरी है। विकास के बहुतायत काम अभी बाकी है। -राम मूरत सिंह।
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राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ही स्थानीय विकास के लिए वाराणसी से गोरखपुर रेलवे लाइन लालगंज से होकर गुजरने से बडा मुद्दा इस चुनाव में नहीं। -शिव प्रताप सिंह।
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अपना लालगंज में ग्रामीण न्यायालय किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज ओवर ब्रिज जब तक नहीं बनेगा। लालगंज का विकास नहीं हो पाएगा। इससे बड़ा कोई चुनावी मुद्दा नहीं।-समर बहादुर सिंह एडवोकेट सचिव विकास मंच।
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देश के पूर्वांचल में बसी आजमगढ़ जिले की हालत खस्ता है। इसके विकास की बात होनी चाहिए। विश्वविद्यालय की स्थापना अतिशीघ्र होनी चाहिए -संतोष कुमार सिंह।
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संसदीय चुनाव प्रणाली में बढ़-चढ़कर लोग हिस्सा लें। जाति वर्ग भेद से ऊपर उठकर राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि।-नागेंद्र सिंह बार एसोसिएशन अध्यक्ष।
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स्थानीय मु्ददे
-लालगंज को जिला बनाया जाए।
-रोडवेज की बस यहां से हो संचालित
-वाराणसी से गोरखपुर रेलवे लाइन लालगंज से गुजरे
-क्षेत्र में कल कारखाना की स्थापना हो।
-बेरोजगारों की दिशा में सरकार ज्यादा कार्य करे।
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- सिफारिश
-लोकतंत्र में मतदान को सबको हक, इसको बनाए हथियार
-अच्छी सरकार, टिकाऊ सरकार की सोच रख करें मतदान
-मतदान सबसे पहले, उसके बाद अन्य काम को दें तव्वजो
-राष्ट्रहित की दिशा में सबको सोचना चाहिए।
-क्षेत्र का जो विकास करने में सक्षम हो उसी को चुने।