मजदूर व राजगीर की मौत से परिवार में कोहराम
शहर के मुकेरीगंज मोहल्ले मे रविवार को पटाखे की दुकान व गोदाम में हुई अगलगी की घटना में सगड़ी तहसील क्षेत्र के निवासी एक मजदूर व एक राजगीर की भी मौत हो गयी। दोनों के मौत से उनके घर पर दूसरे दिन कोहराम मचा हुआ था।
जागरण संवाददाता, सगड़ी (आजमगढ़) : शहर के मुकेरीगंज मोहल्ले मे रविवार को पटाखे की दुकान व गोदाम में हुई अगलगी की घटना में सगड़ी तहसील क्षेत्र के निवासी एक मजदूर व एक राजगीर की भी मौत हो गई। दोनों की मौत से उनके घर मे दूसरे दिन भी कोहराम मचा हुआ था। वे सगड़ी तहसील क्षेत्र के बेरमा व पूनापार गांव के निवासी थे। दोनों शवों का देर शाम को परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार कर दिया।
जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के बेरमा गांव निवासी 24 वर्षीय उपेंद्र यादव पुत्र सतीश यादव मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था। वह रविवार को घटनास्थल के पास स्थित एक मकान में निर्माण कार्य में लगा हुआ था। पटाखे की दुकान व गोदाम में आग लगने के बाद हुए विस्फोट में गंभीर रूप से झुलस जाने के चलते उसकी मौत हो गई थी। देर शाम तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने उसके मोबाइल पर फोन किया। फोन करने पर उसका मोबाइल का स्विचऑफ बता रहा था। तलाश करते हुए जब परिजन जिला अस्पताल की मर्चरी हाउस पहुंचे तो वहां उसका शव पड़ा देख सन्न रह गए। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। उपेंद्र की शादी दो वर्ष पूर्व सुंदर सराय बल्लो गांव में हुई थी। उसकी पत्नी सीमा गर्भवती है। वह दो भाइयों में बड़ा था। छोटा भाई 20 वर्षीय नागेंद्र अभी अविवाहित है। वह परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था। मां मुन्नी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।
वहीं इस हादसे में दूसरा मृत 42 वर्षीय जगपति उर्फ छोटक चौहान पुत्र सुआरथ चौहान सगड़ी तहसील के सीमावर्ती गांव पूनापार का निवासी था। पेशे से वह राजगीर का काम करता था। वह भी घटना के समय मुकेरीगंज मोहल्ले में एक मकान में कार्य कर रहा था। मृत जगपति के पांच पुत्र व तीन पुत्रियां हैं। बड़ी पुत्री 24 वर्षीय प्रमिला की शादी हो चुकी है। अन्य बच्चों में 22 वर्षीय संतोष, 20 वर्षीय मीला, 18 वर्षीय उर्मिला, 16 वर्षीय अशोक, 14 वर्षीय मनोज, 13 वर्षीय सनोज, 12 वर्षीय विनोद अविवाहित हैं। पत्नी बेचनी देवी रो-रोकर बेसुध हो जा रही थीं। गांव के लोग भी इस घटना से सकते में हैं। रामलखन रिक्शा चलाकर परिवार का करता था गुजर बसर
जासं, महराजगंज (आजमगढ़) : मुकेरीगंज मोहल्ले में पटाखा विस्फोट में रिक्शा चालक 50 वर्षीय रामलखन पुत्र दुईज महराजगंज थाना क्षेत्र के देवारा कदीम गांव का निवासी था। परिजन का कहना है कि वह उक्त पटाखा कारोबारी के यहां एक सप्ताह से रहकर मजदूरी करता था। घटना के समय वह पटाखा की दुकान पर ही मौजूद था। तीन भाइयों में वह सबसे छोटा था। तीनों भाई अपने परिवार समेत अलग-अलग रहते हैं। उसके तीन पुत्रों में 18 वर्षीय अनुज, 15 वर्षीय मनोज, 12 वर्षीय विशाल हैं। मौत की खबर जब परिजनों को मिली तो पत्नी राधा देवी के साथ ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग भी उसकी मौत से मर्माहत नजर आ रहे थे।