रमजान में खोल दिए जाते हैं स्वर्ग के दरवाजे
जागरण संवाददाता, सरायमीर (आजमगढ़): मुफ्ती अशफाक अहमद आजमी ने बताया कि हजरत अबु हुरैर
जागरण संवाददाता, सरायमीर (आजमगढ़): मुफ्ती अशफाक अहमद आजमी ने बताया कि हजरत अबु हुरैरा से रिवायत है कि रसूल अल्लाह (सलल्ललाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया जब रमजान के महीने की प्रथम रात आती है तो शैतान व जिन्न को बेड़ियां पहना दी जाती हैं। जहन्नम के सभी दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। एक भी जहन्नम का दरवाजा खुला नहीं रहता। स्वर्ग के सभी दरवाजे खोल दिए जाते हैं। एक भी बंद नहीं रहता।
एक घोषक घोषणा करता है कि ऐ शुभ कर्म के चाहने वालों आगे बढ़ो और शुभ कर्म की प्राप्ति करो। ऐ कुकर्म और शैतानी शक्तियों के चाहने वालों पीछे हट जाओ। आज कुकर्म और शैतानी शक्तियों के लिए कोई जगह नहीं है। अल्लाह-त-आला नर्क से स्वतंत्रता की घोषणा अधिक से अधिक लोगों के लिए प्रदान करता है। ये शुभ कार्य माह रमजान की प्रत्येक रात में होता है ।
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रमजान के लाभ
सरायमीर: रमजान के पवित्र माह में अल्लाह-त-आला की तरफ से रहमत व मगफिरत प्रदान करने का विशेष प्रबंध रहता है। प्रत्येक रात अल्लाह-त-आला दरबार लगाकर रहमत व मगफिरत और नर्क से स्वतंत्रता प्रदान करता है। इसलिए रमजान की प्रत्येक रात का आदर करें। पिछले पहर सहरी खाने से पूर्व तहज्जुद व दुआ का विशेष प्रबंध करें। अपने लिए, पूरे परिवार के लिए, माता-पिता के लिए, सुख संपन्नता और उन्नति के लिए और मोक्ष प्राप्ति के लिए हृदय से दुआ करें।