आला अधिकारी की बात पलट दिए मातहत
सबहेड--- -बीएसए के 17,
आजमगढ़ : सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा मुहैया कराने में बेसिक शिक्षा विभाग ने कागजी आंकड़ों का खेल करने में महारथ हासिल कर ली है। हाल तो यह हो गए हैं कि विभाग के आला अधिकारी कुछ और बताते हैं और मातहत उसके उलट। कुछ ऐसे ही प्रकरण गुरुवार को सामने आए जागरण टीम द्वारा 'पुरानी किताबों की पड़ताल' में। उधर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पुरानी किताबों के बाबत कुछ रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी है तो पत्रावली उप जिलाधिकारी सदर को। अब देखना है कि जूनियर हाईस्कूल जाफरपुर के कक्ष में पिछले सत्र की रखी गईं किताबों के प्रकरण में ऊंट किस करवट बैठता है।
मंडलायुक्त जगत राज और जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी से गुरुवार को किसी ने शिकायत की थी कि बीएसए कार्यालय के बगल स्थित जूनियर हाईस्कूल के कक्ष में पुराने सत्र की हजारों किताबें रखी गईं हैं। आला अधिकारियों के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सदर प्रकाशचंद ने औचक निरीक्षण कर पड़ताल की तो पांच हजार किताबें पुराने सत्र की मिलीं थीं। कुछ जूते और बैग भी मिले थे। प्रथम²ष्टया संदिग्ध पाए जाने पर एसडीएम ने संबंधित कक्ष को सील भी कर दिया है। उधर, इस प्रकरण में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय क्रय आदेश के अनुसार पुरानी किताबों के समायोजन की बात कही थीं। यह भी बताया था कि जिला मुख्यालय सहित जनपद के बीआरसी केंद्रों के गोदामों में लगभग 17 हजार 800 किताबें रखी गईं हैं लेकिन बीआरसी केंद्रों के जिम्मेदारों ने इससे इन्कार कर दिया। हां, नई किताबों के आने और वितरण की बात जरूर बताई।
कुछ यूं रही शिक्षा क्षेत्रों में किताबों की स्थिति : जहानागंज शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल 106, जूनियर स्कूल 46 सहित कुल परिषदीय विद्यालय 152 हैं। 2017 में प्राथमिक स्तर की 42335 और जूनियर स्तर की 25744 पुस्तकें आईं थीं। सभी पुस्तक वितरित कर दी गईं। महराजगंज शिक्षा क्षेत्र में पिछले वर्ष मंगाई गई पुस्तकों की संख्या 11600 सेट रही, जिसे वितरित कर दिया गया। शिक्षा क्षेत्र बिलरियागंज में शिक्षा अधिकारी महेंद्र प्रसाद ने बताया कि पिछले सत्र की किताबों का आंकड़ा स्टाफ के अवकाश के कारण नहीं मिल पाएगा। शिक्षा क्षेत्र कोयलसा में केवल संस्कृत की प्राप्त पुस्तकें 20439 है जिसमें अब तक वितरित 18426 किताबें हैं। अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों के बैग अभी तक खाली हैं। बाकी विद्यालयों में पुरानी फटी किताबों से पढ़ाई हो रही। बैग सिर्फ कक्षा एक व छह में नए प्रवेश करने वाले बच्चों को वितरित किए गए। जबकि पूर्व में वितरित बैग फट गए हैं। यही हाल जूते-मोजे का भी है। शिक्षा क्षेत्र लालगंज पूर्व सत्र की सभी किताबों का वितरण कर दिया गया है। शिक्षा क्षेत्र मिर्जापुर ब्लाक के अंतर्गत सभी विद्यालयों में पिछले सत्र की किताबें वितरित कर दी गईं। शिक्षा क्षेत्र मेंहनगर में पिछले वर्ष के आंकड़ों के अनुसार किताबें आईं थीं, जो वितरित हो गई थीं। स्टॉक में किताबें नहीं बची हैं। सठियांव में पिछले वर्ष 79326 किताबें वितरित की गईं। खंड शिक्षा अधिकारी क्षमाशंकर पांडेय ने बताया पिछले वर्ष की कोई किताब नहीं बची थी। इस वर्ष अभी तीन विषयों की किताब ही मिली हैं।