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ट्रेनों में अवैध वेंडरों का जाल, यात्रियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़

शाहगंज-मऊ मार्ग पर ट्रेनों में वेंडर घूम-घूमकर पेय पदार्थ व खाने का सामान बेच रहे है। ये सभी वेंडर अवैध है। इतना ही नहीं, इनके द्वारा नकली पेय पदार्थ व मिलावटी खाद्य सामग्री बेचकर यात्रियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 06:31 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 06:31 PM (IST)
ट्रेनों में अवैध वेंडरों का जाल, यात्रियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़
ट्रेनों में अवैध वेंडरों का जाल, यात्रियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़

आजमगढ़ : शाहगंज-मऊ मार्ग पर ट्रेनों में वेंडर घूम-घूमकर पेय पदार्थ व खाने का सामान बेच रहे हैं। ये सभी वेंडर अवैध है। इतना ही नहीं, इनके द्वारा नकली पेय पदार्थ व मिलावटी खाद्य सामग्री बेचकर यात्रियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। इन सभी वेंडरों के साथ कहीं न कहीं जिम्मेदार विभागीय लोग भी मिले हुए हैं, क्योंकि इनके खिलाफ यदा-कदा ही कार्रवाई की जाती है। यह कार्रवाई कर पुलिस टीम मात्र अपने कर्तव्य की इतिश्री ही करती है। वहीं वेंडर खुलेआम मनमानी करते हैं।

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ट्रेनों पर पूरी तरह से अवैध वेंडरों का कब्जा है। ट्रेन आते ही अवैध वेंडर उस पर टूट पड़ते हैं। हालांकि ट्रेनों में अवैध वेंडरों की मनमानी पहले से चली आ रही है, लेकिन पिछले तीन साल से इनकी संख्या में इजाफा हुआ है। हालत यह है कि शाहगंज से लेकर मऊ स्टेशन तक कई दर्जन अवैध वेंडर सक्रिय हैं। खास बात तो यह है कि शाहगंज से मऊ तक एक भी वेंडर ट्रेन में चलने के लिए मान्य नहीं है। बावजूद यह धड़ल्ले से ट्रेनों में अपना कारोबार कर रहे हैं। अवैध वेंडरों को जिम्मेदारों से मिली छूट का ही नतीजा है कि स्टेशनों पर उनका ही राज चलता है। बेखौफ होकर घटिया माल की बिक्री करते हैं। इतना ही नहीं मनमाने तरीके से बिक्री करने के साथ ही यात्रियों के साथ बदसलूकी भी करते हैं। ''प्लेटफार्म पर बने स्टालों पर कुल 13 वेंडर स्वीकृत हैं जो सिर्फ स्टाल पर रहकर सामान बेच सकते हैं। शाहगंज से मऊ के बीच एक भी वेंडर चलने के लिए मान्य नहीं है। यदि वह चलते हैं तो रेलवे कानून के खिलाफ है। अवैध वेंडरों पर अंकुश लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।''

-अखिलेश ¨सह, मंडल वाणिज्य निरीक्षक, आजमगढ़। अवैध वेंडरों पर अंकुश लगाने के लिए समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। पकड़े जाने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है, हालांकि काफी हद तक उन पर रोक भी लगी है। उनके धर-पकड़ के लिए एक बार फिर से अभियान चलाया जाएगा।

-राशिद बेग मिर्जा, आइपीएफ थाना प्रभारी, आजमगढ़।


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