500 एमटी यूरिया का भंडारण, किसान एक बोरी को बेहाल
आजमगढ़: यूरिया की किल्लत को लेकर किसान भले ही परेशान हों लेकिन कृषि विभाग का दावा है कि जिले में कहीं भी ऐसी कोई बात नहीं है। यूरिया की गुणवत्ता पर दावा है कि इसमें किसी प्रकार की मिलावट संभव ही नहीं है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : यूरिया की किल्लत को लेकर किसान भले ही परेशान हों, लेकिन कृषि विभाग का दावा है कि जिले में कहीं भी ऐसी कोई बात नहीं है। यूरिया की गुणवत्ता पर दावा है कि इसमें किसी प्रकार की मिलावट संभव ही नहीं है।
जिला कृषि अधिकारी उमेशचंद्र गुप्ता ने बताया कि कृषि विभाग के बफर स्टाक में 500 एमटी यूरिया रखी है। इसके अलावा जिले की कुल 170 साधन सहकारी समितियों और पंजीकृत निजी दुकानों पर पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है। यदि किसानों को किसी प्रकार की शिकायत है तो वे लिखित सूचना जिला कृषि अधिकारी कार्यालय, सिधारी में कर सकते हैं। उसकी जांच कर संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि उड़ीसा के काली नारा पोर्ट से इफ्को यूरिया की 3000 एमटी और कानपुर से 1400 एमटी यूरिया की रैक चल चुकी है जिसके 12 से 14 जनवरी के बीच जिले में पहुंच जाने की पूरी संभावना है। दूसरी तरफ मार्टीनगंज तहसील के बहुतायत गांवों के बाजारों में यूरिया किसानों को नहीं मिल रहा है। किसानों का कहना है कि हल्की वर्षा के बाद यूरिया की जरूरत जब महसूस हुई तो तो बाजार में कहीं यूरिया नहीं मिला। निजी दुकानों पर यूरिया की कालाबाजारी हो रही है। मनमानी कीमत मांगी जा रही है। असली यूरिया की कैसे करें पहचान
यूरिया में किसी प्रकार की मिलावट की आशंका हो तो उसकी कुछ मात्रा पानी में डाल दें। उसके घुल जाने के बाद उसमें हाथ डालने पर यदि ठंडा लगे तो समझिए असली यूरिया है। इसी प्रकार यूरिया के कुछ दाने गर्म तवे पर डालें। यदि कुछ राख की तरह बचता है तो असली यूरिया है।