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जांच में दोषी मिली स्टाफ नर्स की वेतन वृद्धि रोकी

आजमगढ़ जिला मंडलीय अस्पताल में मरीजों को डिस्चार्ज के नाम पर वसूली करने वाली स्टाफ नर्स को जांच में दोषी पाते हुए एसआईसी ने पटल बदल दिया। इसके साथ ही एक एंक्रीमेंट रोक दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Jun 2019 06:50 PM (IST)Updated: Sun, 09 Jun 2019 06:25 AM (IST)
जांच में दोषी मिली स्टाफ नर्स की वेतन वृद्धि रोकी
जांच में दोषी मिली स्टाफ नर्स की वेतन वृद्धि रोकी

जासं, आजमगढ़ : जिला मंडलीय अस्पताल में मरीजों को डिस्चार्ज के नाम पर वसूली करने वाली स्टाफ नर्स को जांच में दोषी पाए जाने पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. श्रीकृष्ण गोपाल सिंह ने पटल जहां हटा दिया वहीं उनकी वेतन वृद्धि भी रोक दी है। एक सप्ताह पूर्व अस्पताल में भर्ती मरीज मीनाक्षी ने स्टाफ नर्स पर आरोप लगाते हुए एसआइसी से शिकायत की थी कि मरीज को डिस्चार्ज के नाम पर 200 रुपये की मांग की जा रही है। पैसे न देने पर डिस्चार्ज न करने की धमकी दी जा रही है। शिकायत को संज्ञान में लेते हुए एसआइसी डा. सिंह ने मामले की जांच के लिए नेत्र सर्जन डा. ओमप्रकाश को जिम्मेदारी सौंपी। डा. ओमप्रकाश ने मामले की जांच कर रिपोर्ट एसआइसी को सौंपा। एसआइसी ने कहा कि मरीजों के साथ किसी भी प्रकार की बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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