बिलरियागंज कांड की जांच को बनाई जाए विशेष टीम
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जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बिलरियागंज में सीएए और एनआरसी के खिलाफ धरना, पथराव और पुलिस की जवाबी कार्रवाई की आंच जिला मुख्यालय तक पहुंची। प्रशासन की कार्रवाई को गलत करार देते हुए छात्रों ने शिब्ली महाविद्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी की। शिब्ली में धरने की सूचना पर प्रशासन सतर्क हो गया और कालेज के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई।
छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री नूरुल हुदा अंसारी ने कहा कि रैयान, हारिस और आदिल कालेज के छात्र हैं और उन्हें कालेज आते समय पुलिस ने उठा लिया। पुलिस की कार्रवाई गलत तरीके से की गई है। डीएम से घटनाक्रम की जांच के लिए विशेष टीम के गठन की मांग करते हुए एलान कर दिया कि विशेष टीम के गठन तक धरना जारी रहेगी। इस बाबत डीएम के नाम ज्ञापन देने की बात कही लेकिन बाद में ज्ञापन लेने पहुंचे एसडीएम को छात्रों ने अपनी ओर से कोई ज्ञापन नहीं दिया, बल्कि अपना पक्ष रखा। इस पर एसडीएम ने दो टूक कहा कि आपकी बात डीएम के सामने रख दी जाएगी तो छात्रों ने शाम छह बजे धरना समाप्त कर गुरुवार को डीएम से मिलने पर सहमति जताई।
उधर प्राचार्य ने जांच की तो पता चला कि केवल मोहम्मद आदिल पुत्र मुजाहिद ही बीए प्रथम वर्ष का छात्र है और एकरामनगर बिलरियागंज का रहने वाला है। प्राचार्य डा. मसूद अख्तर ने इस बाबत जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन भेजा है जिसमें कहा गया है कि बिलिरयागंज बाजार में प्रदर्शन को जिला प्रशासन द्वारा रोके जाने के दौरान जो गिरफ्तारियां हुई हैं उसमें महाविद्यालय का छात्र आदिल भी शामिल है।
उन्होंने आग्रह किया है कि महाविद्यालय में वाíषक परीक्षा शुरू होने वाली है, पठन-पाठन प्रगति पर है। दया भाव रखते हुए छात्र की शिक्षा में व्यवधान उत्पन्न न हो, इसलिए यथाशीघ्र रिहा करने की कृपा करें।