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सड़कों पर लोग खा रहे हिचकोले, गड्ढामुक्त का आदेश हवा-हवाई

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सड़कों का गड्ढामुक्त करने का फरमान फाइलों तक ही सिमट क

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 06:27 PM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 10:36 PM (IST)
सड़कों पर लोग खा रहे हिचकोले, गड्ढामुक्त का आदेश हवा-हवाई
सड़कों पर लोग खा रहे हिचकोले, गड्ढामुक्त का आदेश हवा-हवाई

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सड़कों का गड्ढामुक्त करने का फरमान फाइलों तक ही सिमट कर रह गया। नेशनल हाइवे हो या गांव गिरांव की सड़कें सब ध्वस्त है। नगरीय क्षेत्र के मुख्य मार्ग व गलियों की सड़कों का कमोवेश कुछ यही हाल है। सड़कें, ढूंढे आपको गड्ढामुक्त नहीं मिलेंगी। बहुतायत सड़कें पर बामुश्किल से गाड़ियां चल पा रही है। कुछ सड़कों पर तो पैदल भी चलना किसी जंग लड़ने से कम नहीं है। दो पहिया वाहनों का आवागमन तो और दुरुह हो गया है। गड्ढों में तब्दील इन रास्तों पर पब्लिक हिचकोले खाते वाहनों से सफर कर रही है। अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। आए दिन लोग गड्ढों में फंसकर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं लेकिन अफसरों के कानों में जूं नहीं रेंग रही है। आजमगढ़ से वाराणसी प्रतिदिन तीस हजार से अधिक लोग सफर करते हैं। ढाई घंटे का यह रास्ता इस वक्त चार घंटे में तब्दील हो गया है। वजह से सड़कों का पूरी तरह से ध्वस्त होना है। फोन लेन का निर्माण तो हो रहा है लेकिन यह कब तक पूरा होगा, कोई सही समय बताने की स्थिति में नहीं दिख रहा है। हालांकि कार्यदायी एजेंसी दिसंबर तक इसको पूर्ण करने का दावा कर रही है। आजमगढ वाया वाराणसी मार्ग पर आए दिन घंटों जाम लग रहा है। बरसात के दिनों में तो और फजीहत पब्लिक को उठानी पड़ रही है। कुछ यही हाल अन्य सड़कों का भी है।

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सरायमीर-दीदारगंज सड़क का नामो निशान मिट चुका है। सड़क पर बने गड्ढे में पानी भर जाने से तालाब का रूप ले लिया है। करूई गांव निवासी प्रेमचंद यादव, राम ¨सह यादव ने विभाग को कई बार लिखित सूचना दी लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। बरसात होने पर बच्चों का स्कूल जाना पूरी तरह से बंद हो जाता है। इस संबंध में अवर अभियंता निर्माण खंड दो मनोज कुमार ने बताया कि इस संपर्क मार्ग का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है पैसा भी स्वीकृत हो गया है। बरसात जैसे ही खत्म होगी पूरी तरह से सड़क की मरम्मत कर दी जाएगी।

जिले से होकर वाराणसी जाने वाला मार्ग गड्ढा युक्त होने के कारण आवागमन में परेशानी हो रही है। गोसाई की बाजार के उत्तर व दक्षिण तरफ सड़क गड्ढा युक्त होने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। देवगांव बाजार में तिराहे के उत्तर व दक्षिण दोनों तरफ सड़क गड्ढा युक्त होने से बरसात का पानी सड़क पर भर गया है जिससे साइकिल व मोटर साइकिल सवार आए दिन गिरते रहते हैं। बिलारमऊ प्रतिनिधि के अनुसार बिलारमऊ सुम्हाडिह मार्ग जर्जर हो गया है। सड़क पर गड्ढे होने से लोग गिरकर चोटिल हो जा रहे हैं। शेरजहापुर कुंवर नदी के पुल से एक किमी कुकुडी़पुर तक सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। क्षेत्र के सुरेंद्र, झप्सी, रामदुलार, संदीप, अब्दुल्ला, अशोक आदि ने सड़क बनाने की मांग की है। दीदारगंज प्रतिनिधि के अनुसार दीदारगंज से आमगाव के बीच की सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। सड़क पर बने गड्ढे व बड़ी-बड़ी गिट्टी होने से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। सड़क बीच- बीच में उखड़ कर गड्ढों में तब्दील है और गड्ढों में पानी भर गया है। कीचड़ युक्त रास्ते से होकर छात्रों को विद्यालय जाना होता है। इसी मार्ग पर निकली हुई ड्रेन की पुलिया भी टूट कर खराब है। क्षेत्र के शहमा पठान, जगरनाथ, संतोष, राम मूरत, प्रकाश त्रिभुवन, सुरेश, मनोज, गोवर्धन आदि ने सड़क मरम्मत की मांग की है। बिलरियागंज प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र की सड़कें जर्जर हो गई हैं। इसमें इतने गड्ढे बन गए हैं कि गिनना भी आसान नहीं है। इसी गड्ढे युक्त सड़क से लोगों का आना जाना होता है। जिसमें लोग आए दिन गिरकर घायल होते रहते हैं। फूलपुर प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र को जिला मुख्यालय तक जाने के लिए लखनऊ-बलिया मार्ग सबसे उपयुक्त है। वहीं तहसील मुख्यालय तक पहुंचने के लिए भी इसी मार्ग का प्रयोग क्षेत्रवासी करते हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से तहसील मुख्यालय तक लखनऊ-बलिया मार्ग की हालत इतनी दयनीय है कि आम आदमी इस मार्ग पर चलने के लिए सौ बार सोचता है। बरसात में बड़े-बड़े गड्ढों में पानी भर जाता है। छोटे वाहन भी इन गड्ढों में फंसकर खड़े हो जाते हैं। बिना सहयोग के नहीं निकलते। क्षेत्र के चंद्रभान, झिनक यादव, दीपक, सन्नी, विजय ¨सह आदि ने शासन-प्रशासन से सड़क मरम्मत की मांग की है। बूढ़नपुर प्रतिनिधि के अनुसार वाराणसी लुंबिनी फोरलेन पर बरसात में चढ़ना-उतरना जोखिम भरा कार्य है। बरसात होने पर चढ़ने वाले रास्ते पर फिसलन होता है। इस पर कीचड़ हो जाने से चलना भी काफी मुश्किल हो गया है। कार्यदायी संस्थाओं की इस लापरवाही से लोगों में आक्रोश है। मेहनगर प्रतिनिधि के अनुसार छतवारा वाया मेहनगर मार्ग पर स्थित ग्राम दौलतपुर में दो सप्ताह पूर्व सड़क किनारे गड्ढा टू लेन के नाम पर खोदकर छोड़ दिया गया है। इससे आए दिन घटनाएं हो रही हैं। बरसात में गड्ढों में पानी भर जाने से स्थिति और दयनीय हो जाी है। पता नहीं चलता है कि सड़क गड्ढे में है या गड्ढे में सड़क। क्षेत्र के सूर्यबली का कहना है कि विभाग बरसात में लेपन नहीं कर सकता तो कम से कम गड्ढा तो भरवा सकता है।


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