बढ़ता तापमान, उचित प्रबंधन से पशुओं को बचाएं
आजमगढ़ इस समय संपूर्ण उत्तर प्रदेश में गर्म हवाएं व लू का प्रकोप है। तापमान काफी बढ़ जाने से पशुओं को उचित प्रबंधन से बचाना अति आवश्यक हो गया है। पशुपालन विभाग ने पशुपालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है।क्योंकि गर्म हवा व लू के प्रभाव से पशु की उत्पादन क्षमता कम हो जाती है। साथ ही उचित देख-रेख एवं प्रबंधन न होने से पशुओं में बीमारी की आशंका बढ़ जाती है। पशुपालन जीविका का साधन है। इसलिए यह आवश्यक है कि पशुओं को पशुपालक सीधे धूप वाले स्थान में न रखें।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: इस समय संपूर्ण उत्तर प्रदेश में गर्म हवाएं व लू का प्रकोप है। तापमान काफी बढ़ जाने से पशुओं को उचित प्रबंधन से बचाना अति आवश्यक हो गया है। पशुपालन विभाग ने पशुपालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है।क्योंकि गर्म हवा व लू के प्रभाव से पशु की उत्पादन क्षमता कम हो जाती है। साथ ही उचित देख-रेख एवं प्रबंधन न होने से पशुओं में बीमारी की आशंका बढ़ जाती है। पशुपालन जीविका का साधन है। इसलिए यह आवश्यक है कि पशुओं को पशुपालक सीधे धूप वाले स्थान में न रखें।
सीवीओ डा. वीके सिंह ने बताया कि पशुओं को चरने के लिए सुबह व शाम में भेजें। विशेषतौर पर सुबह 10 बजे अपराह्न चार बजे के बीच सूर्य के ताप से पशुओं को बचाएं। उन्हें खुले स्थान व धूप में न खड़ा करें। पशुओं को ऊपर से ढके हुए छप्पर ,टीनशेड वाले स्थानों में रखें और यह विशेष ध्यान रखे कि रोशनदान, दरवाजों एवं खिड़कियों को टाट व बोरे से ढक दें। जिससे सीधे हवा का झोंका पशुओं तक न पहुंच सके। टाट व बोरे पर पानी का छिड़काव करते रहें। पशुओं को छाया में बांधे और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी व तरल पदार्थ पिलाएं।