पशुपालन को 'ढांचागत विकास फंड' देगा संजीवनी
जागरण संवाददाता आजमगढ़ आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत पशुपालन के क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत पशुपालन के क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर(ढांचागत) विकास फंड संजीवनी देगा। योजना के तहत दुग्ध प्रसंस्करण, मीट प्रसंस्करण, पशु आहार और अन्य मूल्य संवर्धन से संबंधित इकाई की स्थापना के लिए सरकार ने पशुपालन संरचना विकास कोष की घोषणा की है। यह योजना आगामी तीन वर्षो के लिए लागू की गई है। इस अवधि में आवंटित धनराशि को वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस संबंध में मत्स्य, पशुपालन, डेयरी मंत्रालय भारत सरकार की ओर से गाइड लाइन भी जारी की गई है।
सीवीओ (मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी) डा.वीके सिंह ने बताया कि पशुपालन के क्षेत्र में इस कोष से मीट व्यवसाय व पशु आहार उत्पादन के संबंध में पात्र व्यक्ति या संस्था आवेदन कर सकती है। योजना के अंतर्गत किसान उत्पादक संगठन ,निजी कंपनियां, निजी व्यवसायी धारा-आठ के अंतर्गत रजिस्टर्ड कंपनी एवं एमएसएमइएस (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग)के अंतर्गत पंजीकृत उद्योग पात्र होंगे। पात्र व्यक्ति या संस्थाएं अधिक निवेश के प्रस्ताव को सिडवी द्वारा विकसित उद्यमी मित्र पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। विकास कोष के तहत मूल ऋण राशि के लिए दो वर्ष की ऋण स्थगन अवधि और उसके बाद छह वर्ष के लिए पुर्नभुगतान अवधि प्रदान की जाएगी। इस प्रकार पुर्नभुगतान अवधि कुल आठ वर्ष की होगी। पात्र व्यक्ति व संस्था को तीन फीसद ब्याज का लाभ भी अनुमन्य होगा।