पीड़ित को दोषी बना एसपी को सौंप दी रिपोर्ट
आजमगढ़ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडलायुक्त कार्यालय सभागार में बीते दिनों आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान जमीन संबंधित मामलों का हर हाल में निस्तारण करने का निर्देश पुलिस सहित राजस्व अधिकारियों को दिया है। दूसरी तरफ जहानागंज पुलिस ने पीड़ित आवेदक को ही दोषी बनाकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय को तीन बार एक ही रिपोर्ट सौंप दी। हर रिपोर्ट में वहीं बात लिखी गई है जबकि विवादित जमीन पर निर्माण विपक्षी करवा रहा है। यह मामला जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह व पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह के दरबार तक पहुंच गया है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंडलायुक्त कार्यालय सभागार में बीते दिनों आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान जमीन संबंधित मामलों का हर हाल में निस्तारण करने का निर्देश पुलिस सहित राजस्व अधिकारियों को दिया। दूसरी तरफ जहानागंज पुलिस ने पीड़ित आवेदक को ही दोषी बनाकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय को तीन बार एक ही रिपोर्ट सौंप दी। हर रिपोर्ट में वहीं बात लिखी गई है जबकि विवादित जमीन पर निर्माण विपक्षी करवा रहा है। यह मामला जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह व पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह के दरबार तक पहुंच गया है।
यह मामला जहानागंज थाना क्षेत्र के मकरौदा बुजुर्ग गांव का है। गांव निवासी लालमन यादव पुत्र स्व. रामकेश 13 जून 2019 को एसडीएम सदर को प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई कि विवादित जमीन पर गांव के ही कुछ लोग निर्माण करा रहे हैं। इस जमीन पर फरवरी 2019 में ही चकबंदी अधिकारी के यहां से स्टे भी है। इसके अलावा जिलाधिकारी के यहां पांच बार ऑनलाइन शिकायत की गई है। इसके अलावा 18 जून 2019 को तहसील दिवस पर भी शिकायत दर्ज कराई कि स्टे जमीन पर निर्माण कार्य चल रहा है। इस पर एसडीएम ने एसओ जहानागंज से जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इस पर पुलिस ने तीन बार रिपोर्ट बना दी कि आवेदक लालमन यादव व विपक्षी के बीच जमीन संबंधित विवाद चल रहा है। विवादित जमीन में आवेदक लालमन अपना मकान बना रहा है। दोनों लोगों पर शांतिभंग में कार्रवाई की गई है। विपक्षी का कहना है कि पैमाइश के बाद निर्माण किया जाए।
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यह मामला बेहद संवेदनशील है। जहानांगंज पुलिस की लापरवाही से ऐसा हो सकता है। इसकी जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
प्रो. त्रिवेणी सिंह, एसपी आजमगढ़