शहीदों की शहादत को किया गया नमन
आजमगढ़ शहीदे आजम भगत सिंह सुखदेव राजगुरू के शहादत दिवस के अवसर पर शनिवार को जनपद में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसके तहत कहीं गोष्ठी तो कहीं श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। लोगों ने शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए उनके जीवन पर चर्चा की। साथ ही उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
जासं, आजमगढ़ : शहीदे आजम भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु की शहादत दिवस पर शनिवार को जनपद में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कहीं गोष्ठी तो कहीं श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। लोगों ने शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए उनके जीवन पर चर्चा की। साथ ही उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
राहुल चिल्ड्रेन एकेडमी के बच्चों ने नगर में जुलूस निकाला। जुलूस रैदोपुर से कचहरी होते हुए इलाहाबाद बैंक तिराहे पर भगत सिंह की प्रतिमा के पास समाप्त हुई। यहां सभी ने भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान शहीदे आजम भगत सिंह अमर रहे, भगत सिंह के सपनों को साकार करो व साम्राज्यवादी लुटेरों भारत छोड़ो जैसे जमकर नारे लगाए। अध्यक्षता मीनू राय व संचालन अरविद विश्वकर्मा ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक कन्हैया लाल, जनवादी लोक मंच के अनिल चतुर्वेदी, शिवधन यादव, अनिल चतुर्वेदी सहित आदि उपस्थित थे।
भारत रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने सुबह जहां अमर क्रांतिकारी भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण किया, वहीं भगत सिंह के सपनों का भारत बनाने के लिए जूता सिलने वाले मोची को सहयोग में रोजगार बढ़ाने के साधन जैसे ब्रश पॉलिश आदि प्रदान किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि भगत सिंह ने आजाद भारत का सपना इसीलिए देखा था कि आजादी के बाद देश में कोई शोषित पद दलित व भूखा नहीं रहेगा। इस दौरान शहीदों के कार्यक्रम में नगर क्षेत्र का नेतृत्व नगर अध्यक्ष मनीष प्रेस व रानी की सराय क्षेत्र का नेतृत्व रवि प्रकाश ने किया। लोकजनशक्ति पार्टी की तरफ से कलेक्ट्री कचहरी पर देश के महान शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और उनको याद किया गया।
तहबरपुर प्रतिनिधि के अनुसार ओरा गांव में शहीदों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया। इस दौरान युद्धोन्माद के माहौल में भगत सिंह का देश प्रेम विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी को संबोधित करते हुए जन सांस्कृतिक मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष डा. जय प्रकाश धूमकेतु ने कहा कि भगत सिंह सच्चे देशभक्त थे। उनका जीवन आज भी प्रासंगिक है। गोष्ठी में ओमप्रकाश सिंह, कल्पनाथ यादव, विजय बहादुर राय, केशरी नरायन, मनोज कुमार राय, ब्रजेश नारायण आदि थे। अध्यक्षता श्रद्धानंद राय व संचालन रमेश मौर्य ने किया।