मुसहरों को पुनर्वासित करे प्रशासन
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मुसहर समाज को पुनर्वासित करने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मुसहर समाज को पुनर्वासित करने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश भारतीय आदिवासी महासभा द्वारा सोमवार को मेहता पार्क में धरना-प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बेघर किए गए मुसहर समाज को पुनर्वासित किए जाने तथा उनका उत्पीड़न बंद किए जाने की मांग की गई।
प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार आदिवंशी ने कहा कि 95 फीसदी आदिवासी मुसहर समाज के लोग तालाब-भीटा, पौधरोपण, खलिहान, विद्यालय भूमि, चारागाह, पीडब्ल्यूडी व रेलवे सहित 132 लैंड की आरक्षित भूमि एवं अन्य किसी भूमिधरी चक में सदियों से बसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को सैकड़ों मांग पत्र मुसहर समाज को आवासीय पट्टा दिए जाने वास्ते सौंपा गया लेकिन आज तक किसी मुसहर को स्थाई रूप से बसाया नहीं गया है, जबकि रेवेन्यू बोर्ड द्वारा आदेशित है कि अगर किसी भूमि से एसटी, एससी जाति के लोगों को हटाना है तो आवासीय भूमि पट्टा कर आवास बनाकर पुनर्वासित किया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मुसहर समाज आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। जिलाध्यक्ष बलवंत ¨सह ने कहा कि मुसहर समाज रोटी, कपड़ा एवं मकान के लिए तरस रहा है। शासन की एक भी योजनाएं इनके जीवन को संवार नहीं सकी। आजादी के 70 वर्षों के बाद भी मुसहर समाज स्थायी रूप से बस नहीं सके। उन्होंने कहा कि आज भी बहुत से ऐसे परिवार हैं जिनका नाम कुटुम्ब रजिस्टर में दर्ज नहीं हो सका है। मुसहर समाज अब और उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगा। अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। इस मौके पर एसके निराला, लछिराम, इंद्रसेन कुमार, सुरेंद्र प्रताप, सुनीता, रामबुझारत, रामप्रसाद, विजय कुमार, दुर्गविजय आदि उपस्थित थे।