दो पंचायत अधिकारी निलंबित, प्रधान के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति
आजमगढ़ : मुख्य विकास अधिकारी डीएस उपाध्याय ने शुक्रवार को पवई ब्लाक की ग्राम पंचायत कोहड़ा का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान अनियमितता मिलने पर पूर्व व वर्तमान ग्राम पंचायत अधिकारियों सहित ग्राम प्रधान के विरुद्ध कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को लिखा है। गांव के विकास कार्यों को युद्धस्तर पर पूरा करने का निर्देश भी दिया।
आजमगढ़ : मुख्य विकास अधिकारी डीएस उपाध्याय ने शुक्रवार को पवई ब्लाक की ग्राम पंचायत कोहड़ा का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान अनियमितता मिलने पर पूर्व ग्राम पंचायत अधिकारी वीरेंद्र कुमार व वर्तमान ग्राम पंचायत अधिकारी राममिलन सहित ग्राम प्रधान के विरुद्ध कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को लिखा। गांव के विकास कार्यो को युद्धस्तर पर पूरा करने का निर्देश भी दिया। देर रात जिला पंचायत राज आनंद प्रकाश श्रीवास्तव ने दोनों ग्राम पंचायत अधिकारियों को निलंबित कर दिया। दोनों की जांच के लिए सहायक विकास अधिकारी पंचायत मिर्जापुर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी अपने दल के साथ सीधे कोहड़ा गांव पहुंचे। गांव में साफसफाई ठीक नहीं मिली। गांव में स्वस्थ भारत मिशन ग्रामीण योजना अंतर्गत 753 शौचालय की धनराशि दी गई है। इस संबंध में बताया गया कि 237 शौचालय निर्मित है। भ्रमण में यह पाया गया कि 45 से 50 शौचालय बने हैं। इस पर छत नहीं डाली गई है, बल्कि पटिया रखी गई है। किसी भी शौचालय को जीओ टैग नहीं कराया गया था। ग्राम पंचायत अधिकारी वीरेंद्र कुमार का दो माह पूर्व तबादला हो गया। उनके द्वारा अभी तक चार्ज नहीं दिया गया है और उनके स्थान पर तैनात राममिलन यादव ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा कार्य में कोई भी रुचि नहीं ली गई। इसके लिए इन दोनों कार्मिकों के विरुद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए। प्रधान ग्राम पंचायत कोहड़ा जिनके द्वारा शासकीय कार्य मे बिल्कुल रुचि नहीं ली गई, के विरुद्ध भी संगत नियमों के अंतर्गत कार्रवाई करने का निर्देश डीपीआरओ को दिया गया था। देर रात दोनों ग्राम पंचायत अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।