कर्ज के विवाद में दोस्तों ने ही की थी राकेश की हत्या, दो गिरफ्तार
जागरण संवाददाता दीदारगंज (आजमगढ़) दो दिन पूर्व ग्राम प्रधान के चचेरे देवर की हत्या उनके
जागरण संवाददाता, दीदारगंज (आजमगढ़) : दो दिन पूर्व ग्राम प्रधान के चचेरे देवर की हत्या उनके दोस्तों ने ही रुपये के लेन-देन के विवाद में की थी। पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड का पटाक्षेप कर दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया। वारदात करने में शामिल रहे चार आरोपित अब भी फरार हैं।
दीदारगंज थाना क्षेत्र के सुरहन गांव निवासी राकेश सिंह की चचेरी भाभी हेमलता ग्राम प्रधान हैं। स्वजन का आरोप था कि 30 दिसंबर की शाम को लगभग छह बजे राकेश के दोस्त उन्हें घर से बुलाकर ले गए थे। दूसरे दिन 31 दिसंबर की सुबह राकेश का रक्त रंजित शव सुरहन (कोटिया) गांव स्थित सड़क किनारे पड़ा मिला था। राकेश के बड़े भाई निलेश की तहरीर पर पुलिस ने उनके दोस्त सलीम के खिलाफ नामजद समेत कई अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। घटना की जांच शुरु हुई तो सच्चाई परत-दर-परत खुलती गई। एसपी सुधीर सिंह ने बताया कि हत्याकांड में शामिल राकेश के दोस्त सलीम ग्राम बेलवाना थाना बरदह, सोनू सिह उर्फ धर्मेन्द्र सिंह ग्राम दुबरा थाना दीदारगंज निवासी को गिरफ्तार हैं। पुलिस को राधेश्याम यादव ग्राम दुबरा थाना बरदह, अनन्त राय ग्राम बेलवाना थाना बरदह, सत्यम राय पुत्र विजेन्द्र ग्राम गोरिया थाना बिलरियागंज निवासी की तलाश जारी है।बकौल एसपी आरोपित सलीम व अनंत राय ने राकेश से छह लाख रुपये उधार लिए थे, जिसे लौटा न पाने का विवाद मर्डर तक पहुंच गया। आरोपित सोनू उर्फ धर्मेन्द्र सिंह भी अपनी बहन की शादी के लिए तीन लाख रुपये लिए थे। राकेश ने रुपये के लिए दबाव बनाया तो उसकी हत्या कर दी गई।
योजना मुताबिक आरोपित राकेश को घर से बाइक से लेकर से मौजा बाजार आए। वहां से कार से जौनपुर एक रेस्टोरेंट पर दावत खाने के बहाने लेकर पहुंचे। वापसी के समय कार में ही चाकुओं से गोदकर हत्या कर शव फेक दिए। हत्या में प्रयुक्त कार, दो चाकू, राकेश की बाइक, टोपी व टूटा मोबाइल बरामद हो गया है।