बेड़ियों में कैद कलीम की तलाश में भटक रही पुलिस
हाथ-पैर में बंधी बेड़ियां समेत घुम रहे कलीम की तलाश में पुलिस भटक रही है। बेलइसा से लेकर रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर पुलिस ने पहुंच कर उसके बारे में लोगों से पूछताछ की, लेकिन कहीं पर भी उसका पता नहीं चला।
आजमगढ़ : हाथ-पैर में बंधी बेड़ियां समेत घूम रहे कलीम की तलाश में पुलिस भटक रही है। बेलइसा से लेकर रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर पुलिस ने पहुंच कर उसके बारे में लोगों से पूछताछ की, लेकिन कहीं पर भी उसका पता नहीं चला।
दैनिक जागरण में 16 नवंबर की अंक में 'हाथ-पैर में बेड़िया, रोटी को सड़क पर संघर्ष' नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित की गई तो पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की तंद्रा भंग हुई। बेड़ियों के बंधन से कलीम को आजादी दिलाने के लिए अधिकारियों को सुधि आई। अधिकारियों के निर्देश पर कलीम का पता करना पुलिस व प्रशासनिक कर्मियों के लिए नई मुसीबत बनकर सामने आ गई है। सिधारी थाने की पुलिस के साथ ही मूसेपुर चौकी के सिपाहियों ने बेलइसा मोहल्ला में पहुंच कर उसकी तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इसी के साथ ही पल्हनी, जाफरपुर, सर्फुद्दीनपुर, हरबंशपुर से लेकर रेलवे स्टेशन व रोडवेज पर भी पहुंच कर पुलिस ने तलाश किया। सुबह से लेकर शाम तक पुलिस पूरे शहर का खाक छानती रही। कलीम तो क्या उसकी परछाई भी कहीं पुलिस को नजर नहीं आई। पुलिसकर्मियों ने मोहल्ले के लोगों से भी पूछताछ की पर कोई उसके बारे में सटीक जानकारी नहीं दे सका। वहीं बेलइसा मोहल्ले के लोगों का कहना है कि दो दिनों से भटक रहा था, उक्त व्यक्ति कहां गया इस बारे में उन्हें भी जानकारी नहीं है। एसपी सिटी कमलेश बहादुर का कहना है कि बेड़ियों के बंधन से उसे आजादी दिलाने के लिए पुलिस से उसकी तलाश कराई गई पर वह कहां चला गया इस बारे में कोई कुछ बता नहीं पा रहा है। सभी थाने की पुलिस के साथ ही जीआरपी व आरपीएफ को भी सूचना दे दी गई है कि इस तरह का कोई भी व्यक्ति कहीं दिखाई दे तो वे तत्काल सूचित करें। पुलिस की एक टीम उसके गांव बभनौली भी गई पर वह वहां भी नहीं मिला। उनका कहना है कि लगता है वह ट्रेन पर सवार होकर कहीं चला गया हो। फिर भी वे उसकी तलाश का प्रयास करा रहे हैं।